मुंबई: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में मिली हार के बाद कांग्रेस के भीतर विवाद बढ़ते नजर आ रहे हैं। पार्टी के एक युवा नेता ने खुद को कारण बताओ नोटिस मिलने के बाद एक सीनियर नेता और पूर्व मंत्री नसीम खान पर हमला बोला है।
इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के अनुसार मुंबई कांग्रेस के नेता सूरज ठाकुर ने कहा है, ‘मुझे कारण बताओ नोटिस दिया गया क्योंकि मैं चांदिवली विधानसभा सीट से चुनाव लड़ना चाहता था जहां से नसीम खान चुनाव लड़े था और दो बार हारे। मुझ पर बिना किसी सबूत के पार्टी विरोधी गतिविधियों का आरोप लगाया गया है। इसके अलावा, मैं AICC प्रतिनिधि हूं, जिसे राज्य इकाई नोटिस नहीं दे सकती। इसके बावजूद नसीम खान के दबाव में मुझे नोटिस दिया जा रहा है।’
सूरज ठाकुर को कथित तौर पर खान के एक सहयोगी की ओर से शिकायत के आधार पर कारण बताओ नोटिस दिया गया था। वहीं, खान के करीबी सूत्रों के मुताबिक नोटिस देना पार्टी में एक नियमित प्रक्रिया है। नसीम खान के एक करीबी नेता ने कहा, ‘अगर किसी व्यक्ति के खिलाफ शिकायत मिलती है, तो नेतृत्व की ओर से जवाब मांगा जाना स्वाभाविक है। इसमें कुछ भी असामान्य नहीं है।’
दूसरी ओर सूरज ठाकुर ने दावा किया कि चांदिवली में लोकप्रिय कांग्रेस चेहरा होने के कारण उन्हें निशाना बनाया जा रहा है।
महाराष्ट्र कांग्रेस के भीतर उठापटक
मराठवाड़ा के जालना जिले में पत्रकारों से बात करते हुए कांग्रेस उम्मीदवार और पूर्व विधायक कैलास गोरंट्याल ने भी राज्य नेतृत्व पर हमला बोला। गोरंट्याल ने कहा कि पूरे चुनाव के दौरान उन्हें राज्य नेतृत्व से कोई समर्थन नहीं मिला।
गौरतलब है कि दो दिन पहले नागपुर सेंट्रल कांग्रेस के उम्मीदवार बंटी शेल्के को महाराष्ट्र कांग्रेस प्रमुख नाना पटोले को RSS एजेंट बताने के लिए पार्टी द्वारा इसी तरह का नोटिस दिया गया था। शेल्के ने बताया है कि उन्होंने पार्टी की ओर से मिले नोटिस का जवाब दे दिया है लेकिन अपने बयान पर कायम हैं।
उन्होंने कहा, ‘मैं राहुल गांधी का वफादार सेवक हूं और उन्होंने हमसे कहा है कि किसी भी चीज से मत डरो। मैं तो बस आदेश का पालन कर रहा हूं। उनकी (पटोले की) हरकतें कांग्रेस कार्यकर्ताओं की भावना के खिलाफ हैं और इसलिए मैंने उन्हें आरएसएस एजेंट कहा है।’ उन्होंने आगे कहा कि वह कांग्रेस के वफादार कार्यकर्ता बने रहेंगे और जो भी पार्टी को नष्ट करने की कोशिश करेगा उसका वह विरोध करना जारी रखेंगे।
उन्होंने कहा, ‘मैंने नाना पटोले की पार्टी विरोधी गतिविधियों के बारे में कभी नहीं बोला है, लेकिन अब बोलने का समय आ गया है।’ उन्होंने साथ ही कहा कि वह अपने आरोपों को लेकर सभी सबूत भी पेश करेंगे।