नई दिल्ली: जन सुराज पार्टी नेता प्रशांत किशोर ने बिहार को असफल राज्य (फेल्ड स्टेट) बताया है। साथ ही उन्होंने राज्य की तुलना सूडान से की। अमेरिका में बिहारी प्रवासी समुदाय को संबोधित करते हुए उन्होंने यह बातें कही। प्रशांत किशोर की नवगठित जन सुराज पार्टी अगले साल बिहार में होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारियों में इन दिनों जुटी है।
अमेरिका में बिहार पर क्या बोले प्रशांत किशोर
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार बिहार की अफ्रीकी देश सूडान से तूलना करते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि ऐसे राज्यों की खासियत वहां की आबादी में दिखाई देती है, जहां यही चिंता होती है कि किसे गोली मारनी है और कहां पकड़ना है।
प्रशांत किशोर ने कहा, ‘किसी असफल राज्य के लक्षण वहां की आबादी में दिखाई देते हैं। उदाहरण के लिए कभी-कभी हम सोचते हैं कि सूडान में 20 साल से गृह युद्ध में लोग क्यों लड़ रहे हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि जब आप असफल राज्य में होते हैं तो लोगों की चिंता सूडान में ये नहीं होती है कि उनके बच्चे कैसे पढ़ेंगे। वे इस चिंता में रहते हैं कि किसे गोली मारनी है और कहां पकड़ना है। यही स्थिति बिहार की भी है और हमें इस बारे में जानना चाहिए।’
प्रशांत किशोर ने कहा, ‘हमें यह समझना होगा कि यह (बिहार) एक ऐसा राज्य है जो बहुत गंदगी में है। अगर बिहार एक देश होता, तो जनसंख्या के मामले में यह दुनिया का 11 वां सबसे बड़ा देश होता। हमने जनसंख्या के मामले में जापान को भी पीछे छोड़ दिया है।’
प्रशांत किशोर ने बिहारी प्रवासियों से कहा कि वे अपने दोस्तों और रिश्तेदारों को फोन कर बिहार में जनसुराज को समर्थन करने के लिए कहें। प्रशांत किशोर ने कहा कि वे डरा नहीं रहे हैं बल्कि जमीनी सच्चाई बता रहे हैं।
प्रशांत किशोर ने अपने भाषण में स्कूली शिक्षा में सुधार पर जोर देने के साथ अपनी पार्टी के लक्ष्यों के बारे में भी बताया। किशोर ने कहा कि अगर उनकी पार्टी सत्ता में आ पाती है, तो उसका प्रशासन शैक्षिक सुधारों को प्राथमिकता देगा। इसके लिए राज्यव्यापी शराब प्रतिबंध को हटाने के बाद पैदा होने वाले राजस्व से भी धन जुटाया जाएगा।
उपचुनाव में कैसा रहा जन सुराज का प्रदर्शन?
प्रशांत किशोर की जन सुराज को हाल में हुए उपचुनाव झटका लगा है। चार सीटों में से पार्टी एक पर भी सफलता हासिल नहीं कर सकी। तीन निर्वाचन क्षेत्रों में उसकी जमानत भी जब्त हुई। इमामगंज को छोड़कर, पार्टी का प्रदर्शन निराशाजनक रहा। इमामगंज में जन सुराज उम्मीदवार जितेंद्र पासवान 22% से अधिक वोट हासिल करने में कामयाब रहे। हालाँकि, अन्य तीन निर्वाचन क्षेत्रों में पार्टी का प्रभाव नहीं दिखा। कुल मिलाकर प्रशांत किशोर की चुनावी राजनीति के लिए यह एक कठिन शुरुआत मानी जा सकती है।