मुंबईः फिल्म निर्माता विनता नंदा, जिन्होंने मीटू मूवमेंट में अभिनेता आलोक नाथ पर आरोप लगाए थे, ने शुक्रवार को निर्देशक इम्तियाज अली पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की। इम्तियाज अली ने हाल ही में गोवा में आयोजित अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (आईएफएफआई) में महिला सुरक्षा और कास्टिंग काउच पर अपने विचार साझा किए थे। विनता नंदा ने इस पर सवाल उठाया कि इम्तियाज अली को महिला मुद्दों पर बोलने के लिए क्यों चुना गया।
इम्तियाज अली का कास्टिंग काउच पर दिया बयान
आईएफएफआई में इम्तियाज अली ने कहा था कि फिल्म उद्योग में महिलाओं की सुरक्षा समय के साथ बेहतर हुई है और कास्टिंग काउच या ‘समझौते’ का यह मतलब नहीं होता कि किसी अभिनेत्री को फिल्म में भूमिका मिल ही जाएगी। उन्होंने करीना कपूर खान (जब वी मेट के दौरान) का उदाहरण देते हुए कहा कि वे सेट पर पुरुषों के बीच बिना किसी असुविधा के लेटी थीं, और ऐसा प्रतीत होता है कि उन्हें कोई खतरा नहीं था।
इम्तियाज के बयान पर विनता नंदा की प्रतिक्रिया
इम्तियाज के बयान पर विनता ने कड़ी आपत्ति दर्ज की है। उन्होंने इस्टाग्राम पर एक पोस्ट में कहा कि “इम्तियाज अली को महिला मुद्दों पर बोलने का कोई हक नहीं है। करीना कपूर को इसलिए सुरक्षित माना जाता है क्योंकि वह विशेषाधिकार प्राप्त हैं।” उन्होंने आगे यह सवाल भी उठाया कि आईएफएफआई ने इम्तियाज अली को महिलाओं के मुद्दों पर बोलने के लिए क्यों चुना। उन्होंने लिखा, “क्या यह सच को छिपाने की कोशिश है?”
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महिला मुद्दों पर इम्तियाज के पास अनुभव की कमी
विनता ने इम्तियाज अली को अपने पोस्ट में टैग भी किया और सीधे संबोधित करते हुए कहा कि उन्होंने जिन मुद्दों पर बयान दिया है, उन मुद्दों के बारे में उनके पास कोई अनुभव नहीं है, और ऐसे में उन्हें इस विषय पर बोलने से बचना चाहिए था। विनता ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा, “इम्तियाज अली को इस विषय पर बात करने का कोई अनुभव नहीं है। इस मंच पर उन्हें बोलने का कोई अधिकार नहीं था।”
विनता नंदा ने 2018 में आलोक नाथ पर शराब के नशे में उनका रेप करने का आरोप लगाया था। उन्होंने यह भी बताया था कि उन्होंने 19 साल तक चुप रहने का फैसला किया क्योंकि उन्हें विश्वास था कि कोई भी उनका विश्वास नहीं करेगा।
गौरतलब है कि इम्तियाज अली गुरुवार (21 नवंबर) को गोवा में शुरू हुए 55वें अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (IFFI) के एक सत्र में बतौर पैनलिस्ट शामिल हुए थे। यह सत्र महिलाओं की सुरक्षा से जुड़े महत्वपूर्ण मुद्दे पर चर्चा के लिए आयोजित की गई थी। सत्र का संचालन अभिनेता और निर्माता वाणी त्रिपाठी तिकू ने किया। पैनलिस्टों में इम्तियाज अली के अलावा अभिनेता सुहासिनी मणिरत्नम, कुशबू सुंदर, और भूमि पेडनेकर शामिल थे।