लखनऊ: उत्तर प्रदेश की नौ विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के दौरान चुनाव आयोग ने यूपी पुलिस के अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की है। आयोग ने अपने दिशानिर्देशों का उल्लंघन करने के लिए पुलिस कर्मियों को निलंबित करने का आदेश दिया है।
मतदान के दौरान पुलिस वालों पर बुर्का पहनी महिला वोटरों की पहचान पत्र को चेक करने का आरोप लगा है। मामले में कार्रवाई तब हुई है जब समाजवादी पार्टी ने मुद्दे को उठाया है।
यही नहीं समाजवादी पार्टी (सपा) प्रमुख अखिलेश यादव ने यूपी के कई विधानसभा क्षेत्रों के उपचुनाव में मतदाताओं को वोट देने से रोकने का आरोप लगाया है। उन्होंने वीडियो शेयर कर ककरौली और इब्राहिमपुर क्षेत्रों के पुलिस अधिकारियों को तत्काल निलंबित करने की मांग की थी। उनका आरोप है कि पुलिस मतदाताओं को डरा रही है और उन्हें वोट देने से रोक रही है।
अखिलेश ने एक और वीडियो शेयर किया था जिसमें बुर्का में कुछ महिलाओं को यह कहते हुए सुना गया था कि पुलिस उन्हें वोट देने और पुलिंग बुथ तक जाने के लिए रोक रही है।
दूसरी ओर भाजपा ने सपा पर उपचुनाव में धोखाधड़ी करने का आरोप लगाते हुए पुरुषों से बुर्का में मतदान करवाने का आरोप लगाया है। सपा प्रमुख की शिकायत पर कार्रवाई करते हुए चुनाव आयोग ने पुलिस वालों को सस्पेंड कर दिया है।
न्यूज एजेंसी आईएएनएस के अनुसार, यूपी उपचुनाव के दौरान चुनाव आयोग ने अलग-अलग पांच जिलों के पुलिसकर्मियों को निलंबित किया है। मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा ने बताया कि प्रदेश में पांच पुलिसकर्मियों को निलंबित किया गया है जिसमें दो कानपुर, दो मुजफ्फरनगर और एक मुरादाबाद के पुलिसकर्मी शामिल हैं।
सपा ने यूपी पुलिस पर क्या आरोप लगाया है
कुछ मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, बुधवार को सपा ने मतदान के दौरान पुलिस पर मुस्लिम महिलाओं के ‘बुर्का’ उठाकर उनके पहचान पत्र को चेक करने का आरोप लगाया है।
सोशल मीडिया पर इस तरह के कई वीडियो वायरल हो रहे हैं जिसमें कथित तौर पर पुलिस अधिकारियों द्वारा मुस्लिम महिलाओं के बुर्के उठाकर उनकी पहचान की जांच करते हुए देखा गया है।
डेक्कन हेराल्ड की एक रिपोर्ट के अनुसार, इन्हीं में से एक वीडियो में मीरपुर के सपा उम्मीदवार को मुस्लिम महिलाओं के बुर्के को कथित तौर पर उठाने पर पुलिस के साथ तीखी बहस करते देखा गया है। कानपुर पुलिस ने संबंधित पुलिस अधिकारी को सस्पेंड कर दिया है।
दूसरी ओर भाजपा ने दावा किया था कि कुछ विधानसभा क्षेत्रों में बुर्का पहनी महिलाएं बिना उनकी पहचान पत्र की जांच की वे वोट डाल रही हैं और चुनाव आयोग से इसका संज्ञान लेने का आग्रह किया है।
इससे पहले बुधवार को दिन में भाजपा के अखिलेश कुमार अवस्थी ने उत्तर प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी को चिट्ठी लिखकर बुर्का पहनी महिलाओं की उचित जांच सुनिश्चित करने के लिए कहा था। कुमार ने यह दावा किया था महिलाओं को बिना उनकी पहचान की जांच किए बिना मतदान की इजाजत दी गई है।
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इब्राहीमपुर और ककरौली को लेकर अखिलेश यादव ने क्या कहा है
वोटिंग के दौरान अखिलेश यादव ने कई वीडियो शेयर कर यूपी उपचुनाव में गड़बड़ी का आरोप लगाया है। उन्होंने इब्राहिमपुर का वीडियो शेयर कर कहा है, “इब्राहीमपुर में वोट डालने से रोकने के लिए महिलाओं के साथ अभद्र व्यवहार एवं भाषा का प्रयोग करनेवाले एसएचओ के खिलाफ तत्काल निलंबन की कार्रवाई हो।”
अखिलेश यादव ने एक और वीडियो शेयर किया है और कहा है कि, “मीरापुर के ककरौली थाना क्षेत्र के एसएचओ को चुनाव आयोग तुरंत निलंबित किया जाए, क्योंकि वो रिवॉल्वर से धमकाकर वोटर्स को वोट डालने से रोक रहे हैं।”
एक और एक्स पोस्ट में सपा प्रमुख ने चुनाव आयोग को टैग कर आरोपी पुलिस वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी। इसके अलावा उन्होंने सत्तारूढ़ भाजपा पर चुनावों में हेरफेर करने के लिए प्रशासनिक मशीनरी का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया है।
अखिलेश ने भाजपा पर विपक्षी मतदाताओं को दबाने के लिए प्रशासन पर दबाव डालने का भी आरोप लगाया है। यही नहीं उन्होंने यह भी कहा है कि करहल, सीसामऊ, मीरापुर और अन्य निर्वाचन क्षेत्रों में अनियमितताओं के संबंध में चुनाव आयोग के पास दायर उनकी शिकायतों को नजरअंदाज किया जा रहा है।
न्यूज 18 की खबर के मुताबिक, सपा की शिकायतों पर एक्शन लेते हुए मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने उत्तर प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ), जिला निर्वाचन अधिकारियों (डीईओ) और पुलिस अधीक्षकों (एसपी) को निष्पक्ष और सुचारू मतदान प्रक्रिया सुनिश्चित करने के सख्त निर्देश दिए हैं।
भाजपा ने सपा पर लगाया यह आरोप
दूसरी ओर उत्तर प्रदेश भाजपा प्रमुख भूपेन्द्र सिंह चौधरी ने सपा कार्यकर्ताओं पर बाहर के लोगों लाकर फर्जी वोट डलवाने का आरोप लगाया है। उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने सपा को उपद्रवियों की पार्टी करार दिया और उन पर चुनावी अखंडता को कमजोर करने का आरोप लगाया है। उन्होंने पार्टी पर पुरुषों द्वारा बुर्का में वोट दिलवाने का भी आरोप लगाया है।