नई दिल्ली: भारतीय तट रक्षक (आईसीजी-ICG) ने सात भारतीय मछुआरों को पाकिस्तान समुद्री सुरक्षा एजेंसी (पीएमएसए -PMSA) के कब्जे से मुक्त करवाया है।
यह घटना रविवार को घटी है जब भारत-पाकिस्तान समुद्री सीमा के नजदीक पाकिस्तानी जहाज ने भारतीय मछुआरों को पकड़ लिया था तब आईसीजी के जहाज ने मामले में दखल देकर पाकिस्तानी जहाज के कब्जे से उन्हें छुड़ाया है।
न्यूज एजेंसी एएनआई के अनुसार, भारतीय तट रक्षक जहाज ‘अग्रिम’ ने पीएमएसए के ‘नुसरत’ का जहाज का पीछा किया था। करीब दो घंटे तक पीछा करने के बाद आईसीजी ने पीएमएसए के जहाज को रोका था और उनसे कहा था कि वे किसी भी कीमत पर भारतीय मछुआरा को नहीं ले जा सकते हैं।
अभियान के बारे में रक्षा अधिकारियों ने क्या कहा है
मामले में बोलते हुए रक्षा अधिकारियों ने कहा है, “भारतीय तट रक्षक जहाज अग्रिम ने पाकिस्तानी जहाज पीएमएसए नुसरत का पीछा कर उसे यह साफ कर दिया कि भारतीय जलक्षेत्र में मछुआरों को ले जाना अस्वीकार्य है। मछली पकड़ने वाली नाव ‘काल भैरव’ पर सवार इन मछुआरों को भारतीय क्षेत्र से ही पकड़ा गया था।”
Indian Coast Guard ship Agrim deployed close to the maritime boundary line with Pakistan chased the Pakistan Maritime Security Agency ship PMS Nusrat after a chase of around two hours and clearly told them that under no condition, it would allow the Pakistani ship to take away… pic.twitter.com/ErPvkqR3yv
— ANI (@ANI) November 18, 2024
आईसीजी, राज्य पुलिस, ख़ुफ़िया एजेंसियों और मत्स्य पालन अधिकारियों ने शुरू की संयुक्त जांच
अपने आधिकारिक बयान में आईसीजी ने सात मछुआरों की सुरक्षित वापसी की पुष्टि की है जिनकी हालत स्थिर है और उन्हें किसी किस्म की चोट नहीं लगी है। एएनआई के मुताबिक, आईसीजी ने अपने बयान में कहा है कि बचाव अभियान के दौरान मछुआरों की काल भैरव नाव बर्बाद हो गई है और वह डूब गई है।
सात मछुआरों समेत आईसीजी जहाज 18 नवंबर को ओखा हार्बर पर पहुंची थी जहां पर एक संयुक्त जांच शुरू की गई है। इस जांच में आईसीजी, राज्य पुलिस, खुफिया एजेंसियों और मत्स्य पालन अधिकारियों भी शामिल हैं।