क्वेटाः बलूचिस्तान के कालात जिले में शुक्रवार रात एक सुरक्षा बल शिविर पर हुए हमले में कम से कम सात पाकिस्तानी सैनिक मारे गए और 18 अन्य घायल हो गए। रिपोर्ट्स के अनुसार, यह हमला जौहान क्षेत्र के शाह मरदान इलाके के पास स्थित पाकिस्तानी बलों के मुख्य शिविर पर किया गया, जो कालात शहर से लगभग 60 किलोमीटर उत्तर-पूर्व में है।
पुलिस ने बताया कि हमला रात करीब 9 बजे शुरू हुआ और कई घंटों तक चला। द बलूचिस्तान पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार, हाल के महीनों की घटनाओं की तरह ही, इस बार भी बलूच विद्रोहियों ने सुरक्षा बलों की एक चौकी और पास के शिविर को निशाना बनाया।
मंगोचर के असिस्टेंट कमिश्नर अली गुल बलूच ने इस घटना की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि घायल सैनिकों को प्रारंभिक चिकित्सा उपचार के बाद हवाई मार्ग से क्वेटा स्थित कम्बाइंड मिलिट्री हॉस्पिटल (सीएमएच) ले जाया गया। वहीं, मृतकों के शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए क्वेटा भेजा गया।
स्वतंत्र बलूचिस्तान की मांग
कालात ने अगस्त 1947 से मार्च 1948 तक थोड़े समय के लिए स्वतंत्रता का अनुभव किया था, जब इसके शासक अहमद यार खान ने पाकिस्तान के साथ विलय किया। हालांकि, यह भी कहा जाता है कि पाकिस्तान ने कालात, जो 1666 से मार्च 1948 तक ब्राहुई सरदारों द्वारा शासित एक रियासत थी, को जबरदस्ती अपने में मिला लिया था। हाल ही में कालात और उसके आसपास हुए हमले बलूच विद्रोहियों द्वारा किए गए हैं, जो एक स्वतंत्र बलूचिस्तान के लिए संघर्ष कर रहे हैं।
पाकिस्तान टेलीकम्युनिकेशन अथॉरिटी (पीटीए) ने बलूचिस्तान के कुछ इलाकों में मोबाइल इंटरनेट सेवाएं अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया है। हालिया हमलों में वृद्धि को देखते हुए सार्वजनिक सुरक्षा के मद्देनजर यह कदम उठाया गया है। पीटीए ने अपने बयान में बताया कि यह फैसला उच्च अधिकारियों के निर्देशों के तहत लिया गया और सुरक्षा स्थिति को ध्यान में रखते हुए लागू किया गया।
विद्रोहियों ने अँधेरे का उठाया फायदा
कालात सिटी के एसएचओ हबीब रहमान ने बताया कि हमलावरों ने अँधेरे का फायदा उठाकर एक संगठित हमला किया। उन्होंने कहा, “हमले में भारी गोलीबारी हुई, जिससे बड़े पैमाने पर हताहत हुए।”
हमले में मारे गए सुरक्षाकर्मियों की पहचान नायक बख्त जमीन, लांस नायक गुलाम इशाक, लांस नायक अब्दुल कदीर, लांस नायक रिजवान, सिपाही वकास, सिपाही अली अब्बास और सिपाही साकिब रहमान के रूप में हुई है। घायलों में सूबेदार अल्लाह नवाज, नायक इस्माइल, लांस नायक अख्तर अब्बास और अन्य शामिल हैं।
आमतौर पर सेना के जवानों के हताहत होने पर बयान जारी करने वाली इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (आईएसपीआर) ने इस हमले पर चुप्पी साध रखी है। शनिवार रात 10 बजे तक आईएसपीआर ने मृतकों और घायलों की संख्या पर कोई बयान जारी नहीं किया था। यह आशंका जताई जा रही है कि गंभीर रूप से घायल कुछ जवानों ने भी दम तोड़ दिया होगा।