नई दिल्ली: दिल्ली विधानसभा चुनाव से कुछ महीने पहले आम आदमी पार्टी को रविवार को बड़ा झटका लगा है। दिल्ली के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है।
गहलोत दिल्ली सरकार में गृह, परिवहन, आईटी और महिला एवं बाल विकास सहित प्रमुख विभागों के प्रभारी थे। एनडीटीवी के अनुसार, सूत्रों का दावा है कि वे भाजपा ज्वाइन करने वाले हैं।
पेशे से वकील गहलोत नजफगढ़ विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं। वे साल 2015 से कैबिनेट मंत्री हैं। पिछले साल भ्रष्टाचार के एक मामले में पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी के बाद, उन्होंने महत्वपूर्ण वित्त विभाग को भी संभाला था।
गहलोत के इस्तीफे पर भाजपा के प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने अपनी प्रतिक्रिया दी है और पार्टी पर “आम आदमी पार्टी” से “खास आदमी पार्टी” में बदलने का आरोप लगाया है। दिल्ली भाजपा प्रमुख वीरेंद्र सचदेवा ने गहलोत के इस कदम को साहसी बताया है और दावा किया कि इससे करदाताओं के पैसे के दुरुपयोग का खुलासा हुआ।
कैलाश गहलोत ने आम आदमी पार्टी पर क्या आरोप लगाया है
अशोक गहलोत ने आप संयोजक अरविंद केजरीवाल को इस आशय का एक पत्र लिखते हुए पार्टी व सरकार पर कई गंभीर आरोप भी लगाए हैं।
कैलाश गहलोत ने पत्र में आरोप लगाया है कि दिल्ली सरकार और आम आदमी पार्टी केवल अपने एजेंडे के लिए काम कर रही है। उनका कहना है कि दिल्ली सरकार और पार्टी अपना ज्यादा समय केंद्र से विवाद करने में ही व्यतीत करती रहती है।
— Kailash Gahlot (@kgahlot) November 17, 2024
गहलोत के मुताबिक, पार्टी हर समय केंद्र के साथ आरोप-प्रत्यारोप में उलझी रहती है। इससे विकास कार्य प्रभावित होते हैं। गहलोत ने यह भी आरोप लगाया कि पार्टी की रुचि जनता से किए वादों को पूरा करने में नहीं है।
पार्टी अपना समय केवल केंद्र सरकार से वाद-विवाद करने में ही नष्ट करती रहती है। केंद्र सरकार से तालमेल न होने के कारण जनहित के कार्य नहीं हो पाते है। जनता को जो सुविधाएं प्रदान की जानी चाहिए, वह उसे नहीं मिल पाती।
अशोक गहलोत ने यमुना सफाई का भी मुद्दा उठाया है
गहलोत ने पत्र में यमुना सफाई का मुद्दा भी उठाया है। उन्होंने कहा है कि जनता से वादा करने के बावजूद 10 साल में भी हमारी सरकार इस दिशा में कोई सार्थक कदम नहीं उठा सकी। दिल्ली में यमुना की हालत बद से बदतर ही होती गई। 10 सालों में प्रदूषण कम होने की बजाय बढ़ता ही गया। हम जनता से किए वादे को पूरा नहीं कर पाए।
दिल्ली के पूर्व परिवहन मंत्री ने आगे लिखा है कि पिछले विधानसभा चुनाव में पूर्व मुख्यमंत्री व आप संयोजक अरविंद केजरीवाल ने जनता से वादा किया था कि पांच साल में यमुना इतनी साफ हो जाएगी कि हम उसमें स्नान भी कर सकते हैं। लेकिन ऐसा नहीं किया जा सका। हमारी सरकार ऐसा करने में असफल रही।
पूर्व दिल्ली परिवहन मंत्री ने ‘शीश महल’ पर भी गंभीर आरोप लगाए हैं
कैलाश गहलोत ने केजरीवाल को लिखे पत्र में रिनोवेशन के नाम पर मुख्यमंत्री आवास को ‘शीश महल’ का रूप देने पर भी एतराज जताया है। उन्होंने लिखा है कि सरकार बनाते समय हमने जनता से सादगी का वादा किया था। लेकिन सरकार में आते ही पार्टी का चाल, चरित्र व चेहरा ही बदल गया।
पूर्व दिल्ली परिवहन मंत्री के मुताबिक, जनता की गाढ़ी कमाई के करोड़ों रुपए शीश महल पर खर्च कर दिए गए। जन धन का इस तरह दुरुपयोग उचित नहीं है। यह जनता के साथ मजाक है। इसी प्रकार गहलोत ने पत्र में कुछ और मुद्दों को उठाते हुए भरे मन से पार्टी को छोड़ने की बात कही है।
बता दें कि शराब घोटाले मामले में सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिलने के बाद अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली के मुख्यमंत्री को पद छोड़ दिया था और उनके जगह पर आतिशी सीएम बनी थीं। पद छोड़ने के बाद केजरीवाल ने घोषणा की थी कि वह चुनाव में जनादेश हासिल करने के बाद ही फिर से सीएम पद को संभालेंगे।
समाचार एजेंसी आईएएनएस के इनपुट के साथ