नई दिल्लीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार तीन देशों – नाइजीरिया, ब्राजील और गुयाना की ऐतिहासिक यात्रा पर रवाना हुए। यात्रा के पहले चरण में प्रधानमंत्री रविवार (17 अक्टूबर) को नाइजीरिया पहुंचे जहां राष्ट्रपति बोला अहमद टीनूबू ने उनका जोरदार स्वागत किया। पीएम नरेंद्र मोदी यहां दो दिन बिताएंगे।
इसके बाद प्रधानमंत्री 18 नवंबर को ब्राजील के रियो डी जेनेरियो की यात्रा करेंगे। यहां वह राष्ट्रपति लुइज इनासियो लूला दा सिल्वा द्वारा आयोजित 19वें जी20 शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे। वहीं, दौरे के अंतिम चरण में प्रधानमंत्री मोदी गुयाना के जॉर्जटाउन जाएंगे। गुयाना के राष्ट्रपति मोहम्मद इरफान अली के निमंत्रण पर यह यात्रा 1968 के बाद से किसी भारतीय प्रधानमंत्री की गुयाना की पहली यात्रा है। पीएम मोदी यहां 19 से 21 नवंबर तक रहेंगे।
नाइजीरिया: 17 वर्षों में पहली यात्रा
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने दौरे की शुरुआत नाइजीरिया से की। यह 17 वर्षों में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की पहली यात्रा है। अबुजा में नाइजीरियाई राष्ट्रपति बोला अहमद टीनुबू ने गर्मजोशी से उनका स्वागत किया।
Thank you Nigeria for the memorable welcome! pic.twitter.com/2hneeauHD1
— Narendra Modi (@narendramodi) November 17, 2024
राष्ट्रपति टीनुबू ने कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का हमारे देश नाइजीरिया में स्वागत करते हुए खुशी हो रही है। 2007 के बाद किसी भारतीय प्रधानमंत्री का यह पहला दौरा है। हमारी चर्चा दोनों देशों की साझेदारी को मजबूत करने और मुख्य क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर होगी। पीएम मोदी, आपका स्वागत है।”
प्रधानमंत्री मोदी राष्ट्रपति के निमंत्रण पर नाइजीरिया पहुंचे। अबुजा में फेडरल कैपिटल टेरिटरी के मंत्री नायेसम इजेनवो विके ने उनका स्वागत किया और अबुजा की चाबी भेंट की, जो नाइजीरियाई जनता के विश्वास और सम्मान का प्रतीक है।
पीएम मोदी ने भी अपने आगमन की तस्वीरें साझा की और भारत और नाइजीरिया के बीच द्विपक्षीय मित्रता को गहरा करने की आशा व्यक्त की। उन्होंने नाइजीरिया को लोकतंत्र और बहुलवाद पर आधारित साझेदार बताते हुए द्विपक्षीय मित्रता को गहरा करने की प्रतिबद्धता जताई।
प्रमुख एजेंडा:
रणनीतिक साझेदारी को बढ़ावा – दोनों देशों के बीच आर्थिक, ऊर्जा और रक्षा क्षेत्रों में सहयोग को और मजबूत करना।
भारतीय निवेश – नाइजीरिया में पहले से मौजूद 200 से अधिक भारतीय कंपनियों द्वारा 27 बिलियन डॉलर का निवेश, दोनों देशों की गहराती साझेदारी को और बढ़ावा देना।
संस्कृति और प्रवासी भारतीय – पीएम नरेंद्र मोदी ने नाइजीरिया में मराठी समुदाय से मुलाकात की। सांस्कृतिक संबंधों को और प्रगाढ़ किया।
ब्राजील: जी-20 शिखर सम्मेलन में भारतीय नेतृत्व
नाइजीरिया के बाद, प्रधानमंत्री ब्राजील के रियो डी जेनेरियो में 19वें जी-20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने जाएंगे। यह सम्मेलन भारत, ब्राजील और दक्षिण अफ्रीका के जी-20 ट्रोइका का हिस्सा है।
भारत ने पिछले वर्ष अपनी जी-20 अध्यक्षता के दौरान “वैश्विक दक्षिण” (Global South) को प्राथमिकता देते हुए एक नई दिशा दी थी। इसी कड़ी को आगे बढ़ाते हुए इस वर्ष ब्राजील ने “एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य” (One Earth, One Family, One Future) की थीम पर जोर दिया है।
प्रमुख एजेंडाः
प्रधानमंत्री ने इस मौके पर सार्थक चर्चा और अन्य विश्व नेताओं के साथ द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने की योजना जाहिर की है। प्रधानमंत्री ने अपने बयान में कहा, “ब्राजील में, मैं ट्रोइका सदस्य के रूप में 19वें जी-20 शिखर सम्मेलन में भाग लूंगा। पिछले वर्ष भारत की सफल अध्यक्षता ने जी-20 को जनता का जी-20 बनाया और वैश्विक दक्षिण की प्राथमिकताओं को मुख्यधारा में लाने का कार्य किया। इस वर्ष, ब्राजील ने भारत की इस विरासत को आगे बढ़ाया है।
पीएम मोदी ने कहा कि मैं ‘एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य’ के हमारे दृष्टिकोण के अनुरूप सार्थक चर्चाओं की आशा करता हूं। इसके अलावा, मैं इस अवसर का उपयोग अन्य नेताओं के साथ द्विपक्षीय सहयोग को बढ़ाने के लिए विचारों का आदान-प्रदान करने में करूंगा।
गुयाना: 50 वर्षों में पहला भारतीय प्रधानमंत्री दौरा
दौरे के अंतिम चरण में प्रधानमंत्री मोदी गुयाना जाएंगे। यह 50 वर्षों में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की पहली यात्रा होगी। गुयाना के राष्ट्रपति मोहम्मद इरफान अली के निमंत्रण पर यह यात्रा हो रही है। वह 185 साल पहले प्रवास करने वाले सबसे पुराने भारतीय प्रवासी समुदायों में से एक को श्रद्धांजलि देंगे।
प्रमुख एजेंडा:
रणनीतिक संबंधों को गहरा करनाः इस यात्रा का उद्देश्य साझा सांस्कृतिक विरासत और लोकतांत्रिक मूल्यों में निहित रणनीतिक संबंधों को और गहरा करना है।
बहुपक्षीय साझेदारी को बढ़ावा देनाः प्रधानमंत्री मोदी द्विपक्षीय वार्ता करेंगे और गुयाना की संसद को संबोधित करेंगे और प्रवासी भारतीयों से मिलेंगे। यात्रा का एजेंडा द्विपक्षीय और बहुपक्षीय साझेदारी को बढ़ावा देने और प्रवासी भारतीयों के साथ संबंधों को बढ़ाने की उम्मीद है।
कैरिकॉम शिखर सम्मेलनः प्रधानमंत्री मोदी कैरेबियाई साझेदार देशों के नेताओं के साथ दूसरे भारत-कैरिकॉम शिखर सम्मेलन में भी भाग लेंगे। पिछले साल राष्ट्रपति अली इंदौर में 17वें प्रवासी भारतीय दिवस में मुख्य अतिथि थे, जहां उन्हें प्रवासी भारतीय सम्मान से सम्मानित किया गया था।