रांचीः सोमवार को एक रैली में अमित शाह ने वादा किया कि भाजपा के सत्ता में आने पर, एक विशेष कानून लेकर आएगी जो घुसपैठियों द्वारा जनजातीय महिलाओं से शादी करने पर उनकी भूमि पर अधिकार प्राप्त करने से रोक लगाएगा। शाह ने कहा कि यह कानून घुसपैठियों द्वारा पहले से हड़पी हुई जमीनों को वापस लेने में मदद करेगा और इसे मूल जनजातीय परिवारों को लौटाया जाएगा।
सरायकेला में रैली में कहा, “झारखंड में जनजातीय जनसंख्या घट रही है। घुसपैठिए हमारी बेटियों से शादी कर उनकी जमीनें हथिया रहे हैं। हम ऐसा कानून बनाएंगे जो जनजातीय महिलाओं से शादी के बाद घुसपैठियों को उनकी भूमि पर कब्जा करने से रोकेगा। इसके साथ ही, एक समिति का गठन किया जाएगा जो घुसपैठियों की पहचान करेगी और उनसे कब्जाई गई भूमि को पुनः प्राप्त करेगी।”
हेमंत सरकार पर साधा निशाना
अमित शाह ने इस दौरान राज्य की मौजूदा हेमंत सोरेन सरकार पर तीखे आरोप लगाए। शाह ने एक रैली में कहा, “झामुमो-कांग्रेस के गठबंधन ने बांग्लादेशी घुसपैठियों के लिए लाल कालीन बिछा दिया है। ये लोग झारखंड में बस कर जनजातीय भूमि पर कब्जा कर रहे हैं, युवाओं की नौकरियों पर अतिक्रमण कर रहे हैं और राष्ट्रविरोधी गतिविधियों में शामिल हो रहे हैं। यदि बीजेपी सत्ता में आई तो कोई भी परिंदा भी सीमा पार नहीं कर पाएगा।”
झारखंड में आदिवासियों की संख्या घटती जा रही है, जबकि घुसपैठिये बढ़ते जा रहे हैं। चंपई सोरेन जी ने घुसपैठियों का मुद्दा उठाया, तो हेमंत बाबू ने उन्हें मुख्यमंत्री पद से हटवा दिया। pic.twitter.com/pyCjp1FGxI
— Amit Shah (@AmitShah) November 11, 2024
घोटालों और भ्रष्टाचार के आरोप
अमित शाह ने झारखंड सरकार पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए और कहा कि कांग्रेस-झामुमो सरकार “देश की सबसे भ्रष्ट सरकार है।” उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार ने मनरेगा घोटाला, भूमि घोटाला, खनन घोटाला, और शराब घोटाला जैसे कई बड़े घोटालों को अंजाम दिया है, जिनमें से प्रत्येक की राशि करोड़ों में है। शाह ने कहा, “कांग्रेस नेता धीरज साहू के घर पर 350 करोड़ रुपये और आलमगीर आलम के पीए के घर पर 30 करोड़ रुपये बरामद किए गए। इन पैसों की गिनती के लिए 27 मशीनें लाई गईं लेकिन नोटों की गर्मी से मशीनें भी काम करना बंद कर दीं। ये पैसा झारखंड के युवाओं और पिछड़े वर्गों का है जिसे लूटा गया है।”
‘झामुमो ने चंपई सोरेन का अपमान किया’
शाह ने आरोप लगाया कि झामुमो सरकार ने घुसपैठियों के मुद्दे पर चंपई सोरेन जैसे आदिवासी नेताओं का अपमान किया है। उन्होंने दावा किया कि जब चंपई सोरेन ने घुसपैठ के मुद्दे पर आवाज उठाई तो उन्हें मुख्यमंत्री पद छोड़ने के लिए कहा गया। शाह ने कहा, “चंपई सोरेन ने गुरुजी (शिबू सोरेन) और हेमंत सोरेन के प्रति कई वर्षों तक वफादारी दिखाई, लेकिन जिस तरह से उनका अपमान और बहिष्कार हुआ, वह पूरे आदिवासी समाज का अपमान है।”
झारखंड में कब डाले जाएंगे वोट
झारखंड में 81 सदस्यीय विधानसभा के लिए मतदान 13 और 20 नवंबर को दो चरणों में होगा। मतगणना 23 नवंबर को होगी। 2019 के चुनावों में JMM ने 30 सीटें, भाजपा ने 25 सीटें, और कांग्रेस ने 16 सीटें जीती थीं, जबकि 2014 में बीजेपी ने 37 सीटों पर जीत दर्ज की थी। इस बार के चुनाव में बीजेपी का जोर है कि वे “भ्रष्ट” सरकार को उखाड़ फेंकने और घुसपैठ को रोकने के लिए सत्ता में वापस आएंगे।