मुंबई: महाराष्ट्र विधानसभा में चुनाव लड़ने वाले राज्य के कई प्रमुख नेताओं ने खुद को किसान या फिर सामाजिक कार्यकर्ता बताया है जिनकी संपत्ति करोड़ों में हैं। यह खुलासा टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट में हुआ है जिसमें उम्मीदवारों के चुनावी हलफनामे के आधार पर करोड़पति किसानों की एक लिस्ट तैयार की गई है। लिस्ट में शामिल करोड़पति नेताओं ने अपने पेशे को किसानी बताया है।
उम्मीदवारों की चुनावी हलफनामे के अनुसार, इस लिस्ट में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उप मुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़नवीस और अजित पवार शामिल हैं। यही नहीं लिस्ट में कांग्रेस के नेता प्रतिपक्ष विजय वडेट्टीवार, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष चन्द्रशेखर बावनकुले, प्रदेश कांग्रेस प्रमुख नाना पटोले और पूर्व मंत्री आदित्य ठाकरे भी शामिल हैं।
सीएम शिंदे और उनके परिवार के पास 37.7 करोड़ रुपए की संपत्ति है जिसमें चल और अचल संपत्ति दोनों ही शामिल हैं। वहीं पांच बार विधायक रह चुके फड़नवीस के पास कुल 13.3 करोड़ रुपए की संपत्ति है जबकि घोषित संपत्ति के मामले में अजित पवार राज्य के सभी नेताओं से सबसे आगे हैं।
अजित पवार के पास 124.5 करोड़ रुपए की संपत्ति हैं। अपने चुनावी हलफनामे में इन तीनों नेताओं ने अपनी पेशे को किसानी बताया है।
पूर्व मंत्री और शिवसेना (यूबीटी) के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे ने अपनी संपत्ति 23.4 करोड़ रुपए बताई है। उन्होंने खुद को एक सामाजिक कार्यकर्ता बताया है जो पिछले पांच वित्तीय वर्षों (2019-20 से 2023-24) में छह करोड़ रुपए कमाए हैं।
एक तरफ जहां महाराष्ट्र के बड़े नेताओं ने खुद को किसान बताया है वहीं राज्य में आम किसानों की हालत बहुत खराब है। भारी कर्ज और अन्य समस्या से जूझ रहे किसान राज्य में भारी संख्या में आत्महत्या कर रहे हैं। हाल के एक आंकड़े के अनुसार, बीड में मार्च से लेकर अब तक 30 किसानों ने आत्महत्या की है।
महाराष्ट्र के प्रमुख पार्टियों के राज्य अध्यक्ष भी हैं करोड़पति
इसी तरह से कांग्रेस के विपक्ष के नेता विजय वडेट्टीवार ने भी खेती को अपना प्राथमिक व्यवसाय बताया है। विजय ने कक्षा 10 तक पढ़ाई की है और उन्होंने अपनी पारिवारिक संपत्ति 94.5 करोड़ रुपए घोषित की है।
कक्षा 12वीं तक पढ़ाई करने वाले कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने अपनी सपंत्ति 5.3 करोड़ रुपए घोषित की है और उन्होंने खुद को एक किसान बताया है। वे खेती से जुड़े व्यवसाय करते हैं।
चुनावी हलफनामे के अनुसार, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और तीन बार के विधायक चन्द्रशेखर बावनकुले की संपत्ति 48.5 करोड़ रुपए हैं। बावनकुले के पत्नी के नाम पर भी संपत्ति हैं।
पूर्व गृह मंत्री और मौजूदा सहकारिता मंत्री दिलीप वाल्से पाटिल ने भी अपनी चुनावी हलफनामे में खुद को किसान बताया है और अपनी संपत्ति छह करोड़ घोषित की है। इसके अलावा येवला से एनसीपी (एपी) के टिकट पर चुनाव लड़ रहे खाद्य और नागरिक आपूर्ति मंत्री छगन भुजबल ने 30.1 करोड़ की प्रॉपर्टी है।
इनकम टैक्स में कृषि को आय दिखाने पर मिलती है छूट-सीए
चार्टर्ड अकाउंटेंट (सीए) जुल्फेश शाह ने बताया है कि अगर कोई शख्स इनकम टैक्स में अपनी आय को कृषि दिखाता है तो इस केस में उसे टेक्स में पूरी तरह से छूट मिलती है।
शाह के अनुसार, अगर कोई शख्स अपनी आय में कृषि के अलावा और कोई पेशा या फिर आय को दिखाता है तो इस केस में उसे टैक्स में मामूली राहत मिलती है।