मास्को: रूस ने गूगल पर ऐतिहासिक और विशाल राशि का जुर्माना लगाया है, जिसकी कुल राशि $20 डेसिलियन डॉलर (2 के आगे 34 जीरो) बताई जा रही है। यह राशि इतनी बड़ी है कि इसे वैश्विक अर्थव्यवस्था का 620 गुना माना जा सकता है। रूस समर्थक यूट्यूब चैनलों पर लगाए गए प्रतिबंध के खिलाफ यह कदम रूस और गूगल के बीच एक कड़े संघर्ष का प्रतीक बन गया है।
गूगल पर जुर्माना: कैसे पहुंची बात $20 डेसिलियन तक?
मामला तब शुरू हुआ जब 2020 में गूगल ने रूस समर्थक 17 यूट्यूब चैनलों को अपने प्लेटफॉर्म से हटा दिया, जिसमें सरकारी चैनल रूस-1 भी शामिल था। इसके बाद चैनल के एंकर मार्गारीटा सिमोन्यान ने अदालत में याचिका दायर की। अदालत ने फैसला सुनाया कि यदि गूगल इन चैनलों को बहाल नहीं करता, तो उस पर रोजाना 1 लाख रूबल (लगभग 86430.13 रुपए) का जुर्माना लगाया जाएगा। इसके लिए 9 महीने का वक्त दिया गया। आदेश में कहा गया कि अगर कंपनी इस दौरान जुर्माना नहीं चुकाती है तो हर 24 घंटे में ये दोगुना हो जाएगा। आज यह 20 डेसिलियन डॉलर तक पहुंच गई है।
क्यों रूस और गूगल के बीच बढ़ा टकराव?
मार्च 2022 में, यूक्रेन संघर्ष के बीच गूगल ने रूस समर्थक चैनलों जैसे RT और Sputnik पर वैश्विक प्रतिबंध लगाया, जिसमें 1,000 से अधिक चैनल और 15,000 वीडियो हटा दिए गए। गूगल ने इसे अपनी सामग्री नीति के अनुरूप बताया, जिसमें हिंसा और विवादित घटनाओं को प्रोत्साहित करने वाले कंटेंट पर रोक लगाई गई थी। इस कदम को रूस ने ‘रूस-विरोधी सेंसरशिप’ और स्वतंत्रता पर हमला बताया, जिससे दोनों के बीच विवाद और गहरा गया।
रूसी प्रवक्ता का बयान
रूसी प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने इस जुर्माने को प्रतीकात्मक बताते हुए कहा कि इसका उद्देश्य गूगल पर दबाव डालना है ताकि वह रूस समर्थक चैनलों के खिलाफ प्रतिबंध के फैसले पर पुनर्विचार करे। पेस्कोव ने कहा, “यह राशि इतनी बड़ी है कि इसे उच्चारित करना भी कठिन है। इसका मुख्य उद्देश्य रूस के दृष्टिकोण को गंभीरता से प्रस्तुत करना है।”
गूगल की रूस में स्थिति
हालांकि रूस ने 2022 में गूगल की सहायक कंपनी को दिवालिया घोषित कर दिया था, फिर भी गूगल सर्च और यूट्यूब जैसी सेवाएँ रूस में उपलब्ध हैं। अन्य अमेरिकी कंपनियों जैसे फेसबुक और एक्स (पूर्व ट्विटर) पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया गया है, लेकिन गूगल पर अब तक ऐसी पाबंदी नहीं लगाई गई है। रूस में गूगल ने अपनी सेवाएं सीमित कर दी हैं, परंतु पूरी तरह से वापस नहीं लिया।
अन्य देश भी लगा चुके हैं गूगल पर भारी जुर्माना
पिछले एक दशक में विभिन्न देशों ने गूगल पर कुल मिलाकर 14 अरब डॉलर (11,620 करोड़ रुपए) का जुर्माना लगाया है। हाल ही में यूरोपियन कोर्ट ऑफ जस्टिस (ईसीजे-ECJ) ने गूगल पर अपनी बाजार शक्ति का दुरुपयोग करने का दोषी करार देते हुए लगभग 26 हजार करोड़ रुपए का जुर्माना लगाया। भारत ने अक्टूबर 2022 में अनफेयर बिजनेस प्रैक्टिस के आरोप में गूगल पर 1,338 करोड़ रुपये का जुर्माना ठोका था, जबकि ब्रिटेन ने डिजिटल विज्ञापन क्षेत्र में गूगल पर अनुचित लाभ उठाने के आरोप लगाए हैं।