जम्मू: जम्मू-कश्मीर पुलिस के आपराधिक जांच विभाग की एक इकाई, काउंटर इंटेलिजेंस कश्मीर (सीआईके) ने बताया है कि उसने एक आतंकवादी भर्ती मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया है। दो दिन पहल गांदरबल जिले के गगनगीर में जेड-मोड़ सुरंग के निर्माण स्थल पर आतंकवादी हमले में सात लोगों के मारे जाने की घटना के बाद पुलिस की ओर से यह जानकारी दी गई है।
पुलिस के अनुसार घाटी में आठ युवकों को हिरासत में लिया गया है। पुलिस ने कहा कि ये युवक नए बने आतंकी संगठन ‘तहरीक लबैक या मुस्लिम’ का हिस्सा हैं। अधिकारियों का दावा है कि यह नया ग्रुप प्रतिबंधित लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) की एक शाखा है।
सीआईके के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ताहिर अशरफ भट्टी ने युवकों के हिरासत में लिए जाने की पुष्टि की है। पुलिस ने कहा कि उन्होंने भर्ती मॉड्यूल के बारे में इनपुट के बाद घाटी के सात जिलों में विभिन्न स्थानों पर एक साथ छापेमारी की, जिसे बाबा हमास नाम के पाकिस्तान स्थित लश्कर कमांडर द्वारा चलाया जा रहा था।
पुलिस ने ‘तहरीक लबैक या मुस्लिम’ के बारे में क्या बताया है?
एक आधिकारिक बयान में कहा गया है, ‘सीआईके द्वारा इकट्ठा की गई सूचना और इनपुट के आधार पर यह पाया गया कि लश्कर-ए-तैयबा का एक हैंडलर बाबा हमास ‘तहरीक लबैक या मुस्लिम’ के नाम से नया आतंकवादी संगठन बनाने जा रहा है, जो कि लश्कर-ए-तैयबा की ही एक शाखा है। इसे आतंकवादी गतिविधियों को आगे बढ़ाने के इरादे से बनाया गया, जिसे पाकिस्तानी एजेंसियों का सक्रिय समर्थन भी हासिल है। इसके अलावा कश्मीर घाटी में सक्रिय आतंकियों के समर्थक, ओवरग्राउंड वर्कर्स आदि भी इस साजिश में शामिल हैं।’
बयान के अनुसार यह भी पता चला है कि आतंकवादी हैंडलर गाजी हमास नए आतंकी ग्रुप में स्थानीय युवकों की भर्ती के लिए उन्हें कई तरह के झांसे और लालच दे रहा है। इसके लिए कट्टरपंथी सामग्रियों को बंटने सहित एन्क्रिप्टेड सोशल मीडिया ऐप का भी इस्तेमाल हो रहा है। इसके अलावा आतंकी समर्थकों आदि के जरिए भी युवकों तक पहुंच बनाने की कोशिश हो रही है और देश विरोधी बातें फैलाई जा रही है।
पुलिस ने कहा कि इस संबंध में पिछले साल एक मामला दर्ज किया गया था और एनआईए अदालत से तलाशी वारंट हासिल किया गया था। मंगलवार सुबह पुलिस ने मध्य कश्मीर के श्रीनगर, बडगाम और गांदरबल, दक्षिण कश्मीर के कुलगाम, अनंतनाग और पुलवामा और उत्तरी कश्मीर के बांदीपोरा में 10 जगहों पर छापेमारी की।
पोस्टर लगाने और युवाओं को कट्टरपंथ की ओर ले जाने के आरोप
पुलिस की ओर से यह भी बताया है इस नए आतंकवादी संगठन ने हाल के दिनों में कुछ घटनाओं की जिम्मेदारी भी ली है। इसमें पुलवामा के सीर इलाके में पंचायत घर में आग लगाने और डोडा के एक दूरदराज के गांव में आग लगाने की घटना शामिल है। हालांकि इसकी पुष्टि नहीं हुई है।
इस संगठन पर दक्षिण और मध्य कश्मीर में विभिन्न स्थानों पर पोस्टर लगाकर आतंकवाद को महिमामंडित करने और युवकों और भड़काने के भी आरोप हैं। सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर यह गुट आतंक के प्रचार-प्रसार में संलग्न है। पुलिस ने कहा कि उसकी जांच का उद्देश्य ‘केंद्र शासित प्रदेश में आतंकवाद के इकोसिस्टम को खत्म करना है।