जेरुसलेम: इजराइली सेना ने पुष्टि की है कि गुरुवार को हमास प्रमुख याह्या सिनवार की एक इजरायली सैन्य अभियान में मौत हो गई है। सेना ने कहा है कि दक्षिणी गाजा पट्टी के रफाह शहर में उसे मार गिराया गया है।
सेना द्वारा यह पुष्टि तब की गई है जब इससे कुछ घंटे पहले सेना ने कहा था कि वे इस बात की जांच कर रही है उनकी हालिया हमलों में याह्या सिनवार की मौत हुई है या फिर वह अभी भी जिंदा है। याह्या सिनवार को इजराइल में सात अक्टूबर के हमले की साजिश रचने का मास्टरमांइड माना जाता है।
सिनवार की हत्या की पुष्टि के लिए इजराइली सेना ने घटनास्थल से प्राप्त ग्राफिक तस्वीरें और वीडियो की सही से चांज की है। सेना ने लाशों के दातों के फोटो और डीएनए सबूतों की जांच के बाद उसकी मौत की पुष्टि की है। गाजा में याह्या सिनवार इजराइल के मोस्ट वांटेड आंतकियों की लिस्ट में शामिल था।
ऑपरेशन के खत्म होने बाद इजराइल के सुरक्षा कैबिनेट के सदस्यों ने सिनवार की हत्या के बारे में जानकारी दी है। इससे पहले इजराइल ने अमेरिकी सैन्य अधिकारियों को हमास नेता की संभावित मौत के बारे में जानकारी दी थी और उसके शव की तस्वीरें भी भेजी थी।
सात अक्टूबर को हमास लड़ाकों द्वारा इजराइल पर हमला किया गया था जिसमें 1200 लोगों की जान गई थी और 250 से अधिक लोगों को लड़ाकों द्वारा बंधक बना लिया गया था।
During IDF operations in Gaza, 3 terrorists were eliminated. The IDF and ISA are checking the possibility that one of the terrorists was Yahya Sinwar. At this stage, the identity of the terrorists cannot be confirmed.
In the building where the terrorists were eliminated, there…
— Israel Defense Forces (@IDF) October 17, 2024
इससे पहले सिनवार के मौत के दावे किए गए थे
इससे पहले इजराइली सुरक्षा कैबिनेट के सदस्यों ने सेना के हालिया हमले में सनिवार के मारे जाने का दावा किया था। उस समय इजराइल डिफेंस फोर्सेज (आईडीएफ) ने कहा था है कि एक जमीनी ऑपरेशन में तीन आतंकियों को मार गिराया गया है जिसमें सिनवार के भी मारे जाने की संभावना है।
एक इजराइली रेडियो ने भी इससे पहले यह दावा किया था कि हमास नेता सेना के ऑपरेशन में “संयोग से” मारा गया है और घटनास्थल से कई फर्जी आईडी और पैसे भी मिले हैं। दो इजराइली प्रसारकों ने भी इजराइली अधिकारियों के हवाले से सिनवार के मरने का दावा किया था।
इससे पहले एक और इजराइली मीडिया ने अपने दावे में कहा था कि रफाह के दक्षिणी में सेना ने कुछ आंतकियों को एक मकान में जाते हुए देखा गया था। इसके बाद मकान पर सेना द्वारा हमला किया गया था और वहां से उन्हें कुछ लाशें मिली है।
दावे में आगे कहा गया था कि घटनास्थल से प्राप्त ग्राफिक तस्वीरें और वीडियो के जरिए यह दावा किया गया था कि यह सिनवार की लाश है। सेना द्वारा किए गए पहले दावे में कहा गया था जहां पर सिनवार की संभावित लाश मिली है, वहां उन्हें कोई भी इजराइली बंधक नहीं मिला है।
सिनवार के बारे में बेंजामिन नेतन्याहू ने क्या कहा था
इससे पहले इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने अपनी बयानों में सिनवार का जिक्र किया था। उन्होंने सिनवार को खत्म करने के सेना के प्रयासों में उसे एक “मृत व्यक्ति” बताया था।
सात अक्टूबर की घटना के बाद से इजराइल द्वारा शुरू किए गए युद्ध का लक्ष्य सिनवार को खत्म करना भी था। सिनवार को लेकर पहले यह दावा किया जाता था कि वह बंधकों को मानव ढ़ाल बनाकर गाजा के बंकरों में छिप रहा है।
सिनवार की हत्या से हमास और भी कमजोर हो सकता है और जिससे संगठन में संभावित आंतरिक सत्ता संघर्ष हो सकता है। दावा है कि सिनवार ने सात अक्टूबर के इजराइली हमले की साजिश रची थी जिसमें 250 इराइलियों को बंधक बनाया गया था। इनमे से 101 बंधकों के गाजा में मौजूद होने का दावा किया जा रहा है।
आईडीएफ ने पुष्टि की है कि इन 101 बंधकों में से 48 बंधक हमास के कैद में मारे गए थे। नेतन्याहू ने सिनवार पर युद्धविराम वार्ता से दूरी बनाने का आरोप लगाया है और कहा है कि केवल सत्ता में रहने के लिए इस तरह के कदम उठाए जा रहे हैं।
हाल में इजराइल ने गाजा में हमास के कई कमांडरों के साथ-साथ लेबनान में हिजबुल्लाह के वरिष्ठ नेता हसन नसरल्लाह सहित कई और वरिष्ठ नेताओं को मार डाला है। इससे पूरे मध्य एशिया में तनावपूर्ण स्थिति बनी हुई है। हालांकि हमास द्वारा अभी तक सिनवार को लेकर कोई भी बयान नहीं दिया है।