लखनऊ: गाजियाबाद के डासना मंदिर के महंत और जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद के पैगंबर मोहम्मद पर दिए गए विवादित बयान के बाद बवाल जोर पकड़ता जा रहा है। यति नरसिंहानंद के बयान के बाद देश के कई हिस्सों में शनिवार को विरोध प्रदर्शन देखे गए हैं।
यूपी के कई इलाके समेत जम्मू और कश्मीर के भी कई हिस्सों में इसे लेकर विरोध हुए हैं। प्रदर्शनकारियों ने रैलियां निकाली है और जमकर नारेबाजी भी की है। उन लोगों ने यति नरसिंहानंद के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है।
आरोप है कि यति नरसिंहानंद के बयान से मुस्लिम समाज की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंची है। मामले में पुलिस ने भी यति नरसिंहानंद के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।
इस बीच सोशल मीडिया पर यति नरसिंहानंद की हत्या करने वाले को इनाम भी देने का वादा किया गया है। हालांकि पुलिस ने धमकी देने वाले के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और इसकी जांच शुरू कर दी है।
पुलिस ने दर्ज की एफआईआर
जानकारी के मुताबिक, पुलिस ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक पर किए गए पोस्ट के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। किसी ई.आर. फिरोज खान के अकाउंट से यह पोस्ट किया गया है। पोस्ट में महंत को अपशब्द कहते हुए धमकी दी गई और उनका सिर कलम करने वाले के लिए एक लाख रुपए का इनाम की घोषणा की गई है।
यति नरसिंहानंद के शिष्यों ने वेव सिटी थाने में प्राथमिकी दर्ज करवाई है। पोस्ट में लिखे गए शब्दों पर आपत्ति जताते हुए उसके खिलाफ शिकायत दी गई है और कहा गया है कि इसकी जांच की जाए।
यति नरसिंहानंद को हिरासत में लिया गया है-दावा
यति नरसिंहानंद पर आरोप है कि उन्होंने 29 सितंबर को गाजियाबाद के हिंदी भवन में आयोजित एक कार्यक्रम में पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ आपत्तिजनक बयान दिया है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, नरसिंहानंद की करीबी ने दावा किया है कि उन्हें शनिवार को हिरासत में ले लिया गया है और उन्हें उनके लोकोशन को कोई जानकारी नहीं है।
यूपी के कई इलाकों में विरोध प्रदर्शन
यति नरसिंहानंद के बयान के बाद यह मामला लगातार जोर पकड़ता जा रहा है। गाजियाबाद ही नहीं, बल्कि आसपास के इलाकों में भी शुक्रवार देर रात तक प्रदर्शन और हंगामा होता रहा। कई जगह पर पुलिस को हल्का बल प्रयोग भी करना पड़ा था।
अब इस मामले में लगातार टीका-टिप्पणी और बयानबाजी जारी है। मेरठ के आईजी ने भी बुलंदशहर और गाजियाबाद के कई इलाकों का दौरा कर शांति-व्यवस्था का जायजा लिया है और बड़ी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई है।
महाराष्ट्र में भीड़ ने थाने को पहुंचाया नुकसान
महाराष्ट्र के अमरावती शहर में भी भारी विरोध प्रदर्शन हुआ है। यहां पर भीड़ ने थाने को नुकसान पहुंचाया और पुलिस की गाड़ियों के साथ तोड़फोड़ भी की है। भीड़ के पथराव में कई पुलिस वाले घायल भी हो गए हैं।
नागपुरी गेट पुलिस स्टेशन में कर्फ्यू लगा दिया गया है। थाने पर पथराव करने वाली भीड़ में शामिल कुल 1200 लोगों के खिलाफ मामला भी दर्ज कर लिया गया है।
केवल यूपी और महाराष्ट्र में ही नहीं बल्कि जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले के मुस्लिम नेताओं ने भी इसके विरोध में रैली निकाली है। यह रैली राजौरी के अब्दुल्ला शहर में समाप्त हुई है। मुस्लिम नेताओं ने उप-जिलाधिकारी और एसपी से मुलाकात कर उन्हें ज्ञापन सौंपा और उनसे नरसिंहानंद के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
गाजियाबाद के डासना मंदिर के बाहर भी भारी संख्या में विरोध प्रदर्शन देखने को मिला है। डासना पुलिस चौकी प्रभारी उपनिरीक्षक भानु की शिकायत पर वेव सिटी थाने में 150 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। यही नहीं पुलिस द्वारा मंदिर के पास भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (बीएनएसएस) की धारा 163 लागू कर दी गई है।
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असदुद्दीन ओवैसी ने यति की गिरफ्तारी की मांग की है
इस मामले में ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल-मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने भी शनिवार को यति नरसिंहानंद सरस्वती की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की है।
असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मुसलमानों की भावनाओं को ठेस पहुंचाने के लिए यति नरसिंहानंद के खिलाफ तत्काल कार्रवाई करनी चाहिए।
हैदराबाद के सांसद ने कहा कि ‘सबका साथ, सबका विकास’ की बात करने वाले पीएम मोदी को यति नरसिंहानंद के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए और उसे गिरफ्तार करना चाहिए।
असदुद्दीन ओवैसी ने यति नरसिंहानंद के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने के लिए हैदराबाद के पुलिस आयुक्त सीवी आनंद से मुलाकात की है। इसके बाद उन्होंने मीडियाकर्मियों से बात की है।
समाचार एजेंसी आईएएनएस के इनपुट के साथ