श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनावों के बाद आए विभिन्न एग्जिट पोल में किसी भी पार्टी को पूर्ण बहुमत मिलने की संभावना नहीं जताई गई है। पीपल्स पल्स के एग्जिट पोल के मुताबिक, जम्मू-कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस-कांग्रेस गठबंधन को सबसे ज्यादा सीटें मिलने की उम्मीद है, लेकिन फिर भी वे 46 सीटों के बहुमत के आंकड़े से दूर रह सकते हैं।
कांग्रेस-एनसी गठबंधन की संभावित जीत
कई एग्जिट पोल्स से संकेत मिलते हैं कि कांग्रेस-एनसी गठबंधन 35 से 48 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी बन सकती है। एबीपी-सी वोटर के अनुसार, कांग्रेस-एनसी गठबंधन को 40 से 48 सीटें मिलने की उम्मीद है, जबकि दैनिक भास्कर और पीपुल्स पल्स दोनों ने इस गठबंधन को 35 से 40 सीटें मिलने की संभावना जताई है। इंडिया टुडे- सी वोटर ने अपने एग्जिट पोल में कांग्रेस-एनसी गठबंधन को 40 से 48 सीटें मिलने का अनुमान जताया है।
बीजेपी की स्थिति
भारतीय जनता पार्टी (BJP) 20 से 32 सीटों के बीच रह सकती है। एबीपी-सी वोटर ने बीजेपी को 27-32 सीटों पर रखा है, जबकि दैनिक भास्कर के अनुसार यह संख्या 20 से 25 के बीच हो सकती है। इंडिया टुडे- सी वोटर ने 27 से 32 सीटें मिलने की संभावना जताई है। हालांकि, बीजेपी के पास जम्मू क्षेत्र में मजबूत पकड़ है, लेकिन राज्य के अन्य हिस्सों में इसे अधिक समर्थन नहीं मिल रहा है।
PDP और अन्य दलों की स्थिति
महबूबा मुफ़्ती की पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) और अन्य दलों के लिए हालात कुछ मुश्किल नजर आ रहे हैं। पीडीपी को अधिकतम 12 सीटों तक सीमित रहने का अनुमान है, जबकि अन्य छोटे दल और निर्दलीय उम्मीदवार 4 से 16 सीटें जीत सकते हैं। दैनिक भास्कर ने अन्य दलों को 9-12 सीटें दी हैं। वहीं इंडिया टुडे-सी वोटर ने पीडीपी को एग्जिट पोल्स में 6 से 12 सीटें मिलने का अनुमान जताया है। अन्य निर्दलीय और छोटे दलों के खाते में 6 से 11 सीटें जा सकती हैं।
एग्जिट पोल के आंकड़े (90 सीटों में से)
एग्जिट पोल पर उमर अब्दुल्ला ने क्या कहा?
नेशनल कॉन्फ्रेंस के प्रमुख नेताओं में से एक उमर अब्दुल्ला ने एग्जिट पोल को तवज्जो नहीं देने की बात कही है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा, “मुझे हैरानी है कि चैनल एग्जिट पोल्स पर समय बर्बाद कर रहे हैं, खासकर हाल ही के आम चुनावों में एग्जिट पोल की असफलता के बाद। मैं चैनलों, सोशल मीडिया और व्हाट्सएप पर हो रही गहमागहमी को नजरअंदाज कर रहा हूं। असली नतीजे तो 8 अक्टूबर को सामने आएंगे, बाकी सब टाइम पास है।”
तीन चरणों में हुई थी वोटिंग
जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव तीन चरणों में संपन्न हुए: 18 सितंबर, 25 सितंबर और 1 अक्टूबर को वोटिंग कराई गई। सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए प्रशासन ने विशेष इंतजाम किए थे। अब 8 अक्टूबर को मतगणना के बाद यह स्पष्ट हो जाएगा कि कौन सी पार्टी सत्ता में आएगी।