नई दिल्ली: भारत की बड़ी बीमा कंपनियों में से एक स्टार हेल्थ ने टेलीग्राम और एक हैकर के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की है। टेलीग्राम पर चैटबॉट्स का इस्तेमाल कर कंपनी के पॉलिसीधारकों की नीजि और मेडिकल डेटा को लीक के आरोप लगे हैं। इन आरोपों के बाद कंपनी ने यह मुकदमा किया है।
टेलीग्राम दुनिया की बड़ी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्मों में से एक है। सोशल मीडिया ऐप के खिलाफ यह कार्रवाई उस समय हुई है जब ऐप पर पहले ही अवैध गतिविधियों के सही से रोकथाम नहीं करने के आरोप लगे हैं।
इन आरोपों के चलते ऐप वैश्विक स्तर पर जांच के दायरे में हैं। पिछले महीने ऐप के फाउंडर पावेल ड्यूरोव को फ्रांस में गिरफ्तार किया गया था। उनकी गिरफ्तारी फ्रांस में अवैध गतिविधियों के लिए ऐप के दुरुपयोग को लेकर हुई थी।
हालांकि इन आरोपों का ड्यूरोव और टेलीग्राम ने इनकार किया है। मामले की अगली सुनवाई 25 अक्टूबर को होने वाली है।
क्लाउडफ्लेयर के खिलाफ भी हुआ है मुकदमा
चार अरब डॉलर से अधिक नेट वर्थ वाली कंपनी स्टार हेल्थ ने तमिलनाडु की एक अदालत से अस्थायी निषेधाज्ञा प्राप्त की है। अदालत ने टेलीग्राम और हैकर को भारत में कंपनी का डेटा लीक करने वाले किसी भी चैटबॉट या वेबसाइट को ब्लॉक करने का आदेश दिया है।
यही नहीं स्टार हेल्थ ने अमेरिकी सॉफ्टवेयर फर्म क्लाउडफ्लेयर के खिलाफ भी मुकदमा दायर किया है। दावा किया गया है कि क्लाउडफ्लेयर के प्लेटफॉर्म पर लीक किए गए डेटा को होस्ट किया गया था।
स्टार हेल्थ ने क्या कहा है
कोर्ट में दायर किए गए मुकदमे में स्टार हेल्थ ने कहा है कि पॉलिसीधारकों की गोपनीय जानकारी जैसे उनकी नीजि जानकारियां और उनके कारोबार से संबंधिक विवरण को हैक और लीक किए गए है।
हालांकि इससे पहले एक रिपोर्ट में यह दावा किया गया था कि स्टार हेल्थ इंश्योरेंस के 3.1 करोड़ ग्राहकों की 7.24 टेराबाइट डेटा लीक हो गई है। इसके बाद बीमा कंपनी ने बयान जारी कर इन आरोपों को खारिज किया था और कहा था कि उसके ग्राहकों का डेटा पूरी तरह से सुरक्षित है।
3.1 करोड़ डेटा सेट में यह जानकारी हुई है लीक
एक रिपोर्ट में यह कहा गया है कि लीक हुए डेटा को टेस्ट करने के लिए टेलीग्राम के चैटबॉट्स से 1500 से अधिक फाइलों को डाउनलोड किया गया था। इन फाइलों में ग्राहकों के पॉलिसी नंबर, उनके पते, मेडिकल डायग्नोसिस के दस्तावेज के साथ अन्य संवेदनशील जानकारी मिली है।
मीडिया की खबर के बाद हटाए गए थे चैटबॉट्स
जैसे ही मीडिया में डेटा लीक की खबर फैली थी, टेलीग्राम से चैटबॉट्स को हटा दिए गए थे। लेकिन इसके तुरंत बाद नए नए चैटबॉट्स प्लटेफॉर्म पर उपलब्ध हो गए थे।
स्टार हेल्थ ने जेनजेन नामक एक हैकर पर भी मुकदमा दायर किया है। इस पर कथित तौर पर चोरी किए गए डेटा को शेयर करने का आरोप लगा है। यही नहीं हैकर ने स्वीकार भी किया है कि वह किसी भी तरह की कानूनी कार्यवाही में ऑनलाइन शामिल होने के लिए तैयार है।
भारत सबसे ज्यादा प्रभावित
भारत में यह कोई पहली घटना नहीं है जिसमें हैक किए गए डेटा को लीक किया गया और उसे पैसों के लिए बेचा भी गया है। भारत में यह घटना हैकरों द्वारा चोरी किए गए डेटा को बेचने के लिए चैटबॉट्स का उपयोग करने की बढ़ती हुए समस्या का एक हिस्सा है।
साल 2022 के अंत में नॉर्डवीपीएन के एक सर्वे से पता चला कि ऐसे चैटबॉट के जरिए डेटा लीक से पूरी दुनिया में पांच मिलियन लोग प्रभावित हुए हैं। इन प्रभावित में लोगों में सबसे ज्यादा संख्या भारतीयों की है जो 12 फीसदी है।