लखनऊ: तिरुपति के लड्डू में मिलावट को लेकर उठे विवाद के बीच समाजवादी पार्टी की सांसद डिंपल यादव ने मथुरा में बिकने वाले खोया पर सवाल उठाया है। डिंपल यादव ने दावा किया है कि मथुरा के दुकानों में मिलावट वाले खोया बिक रहे हैं। उन्होंने इसकी जांच की मांग की है।
सपा नेता ने इस सिलसिले में प्रशासन द्वारा कोई एक्शन नहीं लेने का भी आरोप लगाया है। उन्होंने इस कारण लोगों की सेहत बिगड़ने और बीमार होने का दावा किया है।
बता दें कि तिरुपति मंदिर के प्रसाद वाले लड्डू में जानवारों की चर्बी की पुष्टि को लेकर काफी विवाद हुआ है। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने वाईएसआर कांग्रेस पार्टी (वाईएसआरसीपी) की सरकार पर मिलावट वाले घी आपूर्ति कराने का आरोप लगाया है।
उधर इन आरोपों को वाईएसआरसीपी ने खारिज किया है। इस सिलसिले में वाईएसआरसीपी ने पीएम मोदी को एक चिट्ठी भी लिखी है।
सांसद डिंपल यादव ने क्या आरोप लगाया है
रविवार को मथुरा के एक कार्यक्रम के दौरान पत्रकारों से बात करते हुए डिंपल यादव ने तिरुपति मंदिर की घटना का जिक्र किया है। उन्होंने कहा है कि तिरुपति के लड्डू प्रसाद में मिलावट की खबर एक ‘बहुत गंभीर’ मामला है और इससे लोगों की धार्मिक भावनाएं भी आहत हुई हैं।
सपा नेता ने आरोप लगाते हुए कहा है, ‘खाद्य विभाग की विफलता के कारण मिलावटी खाद्य पदार्थ और तेल लोगों के गंभीर बीमारी का कारण बन रहे हैं। खाद्य विभाग इस मामले में लापरवाही बरत रहा है और वह चुप है।’
सांसद ने आरोप लगाते हुए कहा है कि उन्हें ऐसी खबरे भी मिली है कि मथुरा के दुकानों में मिलावटी खोया बेचा जा रहा है। हालांकि बिनी किसी स्रोत की जानकारी दिए हुए उन्होंने यह दावे किए हैं।
डिंपल यादव ने आगे कहा है कि इन दोनों मामलों को लेकर भाजपा की सरकार को जांच करानी चाहिए। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि मिलावटी अनाज, मिलावटी तेल और घी समाज के हर वर्ग तक पहुंच चुके हैं और इससे लोग काफी प्रभावित भी हो रहे हैं।
एक्शन में आया प्रशासन
रविवार को उत्तर प्रदेश में खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन (एफएसडीए) ने मथुरा और वृंदावन के अलग-अलग प्रमुख मंदिरों से प्रसाद के 13 सैंपल जमा किए हैं। यह सैंपल पिछले दो दिनों में जमा किए गए हैं। इनको श्री कृष्ण जन्मभूमि मंदिर, ठाकुर बांके बिहारी मंदिर और गोवर्धन में दानघाटी मंदिर जैसे प्रसिद्ध मंदिरों से जमा किया गया है।
प्रशासन द्वारा यह कार्रवाई तिरुपित की घटना के बाद की गई है जिसमें ऐसी आशंका जताई जा रही है कि इसमें घटिया किस्म के सामान मिले हुए हैं। एफएसडीए के सहायक आयुक्त धीरेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि लैब के नतीजे आने के बाद यह स्पष्ट हो जाएगा कि इन मंदिरों के पास बेचे जाने वाले प्रसाद में कोई मिलावट है या फिर नहीं है।