वॉशिंगटन: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने तीन दिवसीय दौरे पर अमेरिका में हैं। रविवार को उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन से मुलाकात की है। इस दौरान उन्होंने कहा है कि कैंसर के खिलाफ वैश्विक लड़ाई के लिए भारत लाखों डॉलर और टीके मुहैया कराने का वादा करता है।
पीएम मोदी ने यहां से क्वाड कैंसर मूनशॉट पहल का गठन का ऐलान किया है। इस पहल का उद्देश्य हिंद-प्रशांत क्षेत्र में कैंसर की टेस्टिंग और इलाज के आलावा इससे जुड़ी और भी जरूरी कदम उठाना है।
यह पहल अमेरिका के मौजूदा कैंसर मूनशॉट कार्यक्रम के तर्ज पर काम करेगा। अमेरिका में साल 2016 से यह पहल जारी है। इसका उद्देश्य कैंसर रिसर्च में तेजी लाना, इसके इलाज में सुधार करना और कैंसर से होने वाली मौतों को कम करना है।
क्या है क्वाड कैंसर मूनशॉट पहल
क्वाड नेताओं द्वारा क्वाड कैंसर मूनशॉट इनिशिएटिव नामक इस पहल की शुरुआत की गई है। क्वाड शिखर सम्मेलन के बाद भारत, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और जापान के नेताओं ने इस पहल के लिए आयोजित एक कार्यक्रम में हिस्सा लिया है।
कार्यक्रम में यह तय हुआ है कि सभी नेता मिलकर इस बीमारी के खिलाफ लड़ेंगे। इस मौके पर एक ‘जॉइंट कैंसर मूनशॉट फैक्ट शीट’ भी जारी की गई है।
क्या है यूएस कैंसर मूनशॉट पहल
अमेरिका में यूएस कैंसर मूनशॉट पहल को साल 2016 में तत्कालीन राष्ट्रपति बराक ओबामा द्वारा लॉन्च किया गया था। इस पहल को 21वीं सदी के इलाज अधिनियम के तहत फंडिंग प्राप्त है।
इस पहल का उद्देश्य कैंसर को बेहतर ढंग से समझने, इसके इलाज में सुधार करना, नए शोध में समर्थन करना और प्रभावी कैंसर देखभाल में आने वाली बाधाओं को दूर करना है।
राष्ट्रपति बराक ओबामा ने इस पहल की देखरेख को जो बाइडन को सौंपा था जो उस समय अमेरिका के उपराष्ट्रपति थे। बाइडन के बेटे को भी ब्रेन कैंसर हो गया था और इस कारण उसकी मौत भी हो गई थी।
जब बाइडन राष्ट्रपति बने थे तब भी उन्होंने इस परियोजना को प्राथमिकता दी थी। पहल के लक्ष्यों में साल 2047 तक चार मिलियन (40 लाख) कैंसर से होने वाली मौतों को रोकना और कैंसर से प्रभावित लोगों के अनुभव में और भी सुधार करना शामिल है।
भारत कैसे इस पहल का बनेगा हिस्सा
इस प्रयास के तहत भारत ने हिंद-प्रशांत क्षेत्र में कैंसर की परीक्षण, स्क्रीनिंग और निदान के लिए 7.5 मिलियन डॉलर (62.27 करोड़) की राशि योगदान करने का वादा किया है। इसके आलावा भारत गावी और क्वाड पहल के तहत 40 मिलियन (400 करोड़) टीकों का योगदान देगा।
यह योगदान विशेष रूप से सर्वाइकल कैंसर को टारगेट करते हुए किया जाएगा जो इस क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण स्वास्थ्य समस्या बनी हुई है।
पीएम मोदी ने ‘एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य’ वीजन के तहत रेडियोथेरेपी और कैंसर इलाज में अपनी विशेषज्ञता साझा करने के लिए भारत की प्रतिबद्धता पर जोर दिया है। प्रधानमंत्री ने जोर देकर कहा कि कैंसर की देखभाल को आगे बढ़ाने के लिए यह सहयोग महत्वपूर्ण है।
पीएम मोदी ने इस बात पर भी जोर दिया है कि सर्वाइकल कैंसर से निपटने के लिए संयुक्त प्रयासों की बहुत ही जरूरत है। उन्होंने यह भी कहा है कि सर्वाइकल कैंसर के कारण हर साल हिंद-प्रशांत क्षेत्र में 1.5 लाख से भी अधिक महिलाओं की मौत हो जाती है। इस पहल से हम इन मौत को रोक सकते हैं।
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क्वाड कैंसर मूनशॉट पहल की भूमिका
क्वाड लीडर्स समिट के मौके पर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा है कि क्वाड कैंसर मूनशॉट पहल क्वाड देशों में अस्पतालों, शोध केंद्रों और कैंसर फाउंडेशनों के बीच सहयोग को बढ़ाएगी। पहल का उद्देश्य कैंसर के रिसर्च, इलाज और जांच में निवेश को बढ़ाना और हिंद-प्रशांत क्षेत्र में टीकाकरण दरों में सुधार करना है।
इन नेताओं ने एचपीवी स्क्रीनिंग और इलाज में मदद करने के लिए 150 मिलियन डॉलर (1,245 करोड़ रुपए) से अधिक की प्रतिबद्धता जताई है। इससे सर्वाइकल कैंसर को रोकने और क्षेत्र में बेहतर स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने में मदद मिलेगी।