हैदराबाद: आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने प्रसिद्ध तिरुपति मंदिर के प्रसाद में चढ़ने वाले लड्डू को लेकर वाईएसआर कांग्रेस पार्टी पर निशाना साधा है।
सीएम नायडू ने दावा किया है कि वाईएसआर कांग्रेस पार्टी (वाईएसआरसीपी) के शासन के दौरान प्रसाद के लड्डू में जानवरों की चर्बी मिलने की रिपोर्ट सामने आई है। चंद्रबाबू नायडू का आरोप है कि उस दौरान बनाए जाने वाले लड्डू में जो घी इस्तेमाल होती थी उसमें जानवारों के चर्बी की पुष्टि हुई है।
एक लैब टेस्ट के नतीजे सामने आने के बाद सीएम ने वाईएसआरसीपी पर यह आरोप लगाया है। मामले में सीएम नायडू समेत तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) के अन्य नेताओं ने भी वाईएसआरसीपी को घेरा है।
कांग्रेस ने भी सीएम नायडू के दावे पर सवाल उठाया है और इसकी सीबीआई जांच की भी मांग की है। हालांकि वाईएसआरसीपी ने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों को खारिज किया है। पार्टी ने कहा है कि चंद्रबाबू नायडू केवल राजनीतिक लाभ के लिए उन पर इस तरह के आरोप लगा रहे हैं।
क्या है पूरा मामला
दरअसल, वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के शासन में इस्तेमाल किए जाने वाले लड्डू का लैब टेस्ट हुआ है। यह टेस्ट गुजरात के राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड (एनडीडीबी) के पशुधन और खाद्य (सीएएलएफ) प्रयोगशाला में हुआ है।
इस टेस्ट की रिपोर्ट 17 जुलाई को सामने है जिसमें यह पता चला है कि इसमें जानवारों की चर्बी पाई गई है। रिपोर्ट में दावा किया गया है कि लड्डू बनाने के लिए इस्तेमाल होने वाले घी में मछली के तेल, गोमांस की चर्बी और तेल और अन्य जानवरों की चर्बी पाई गई है।
चंद्रबाबू नायडू ने क्या आरोप लगाया है
बुधवार को अमरावती में विधायक दल की बैठक को संबोधित करते हुए लैब के इन रिपोर्ट पर चंद्रबाबू नायडू ने वाईएसआरसीपी और पूर्व मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी की जमकर आलोचना की है।
सीएम नायडू ने इस पर अपनी नाराजगी जताते हुए वाईएसआरसीपी पर लड्डू को बनाने में घटिया चीजें इस्तेमाल करने का आरोप लगाया है। इसके साथ ही उन्होंने लाखों भक्तों की धार्मिक भावनाओं को भी ठेस पहुंचाने का आरोप लगाया है।
बैठक में अपनी सरकार की तारीफ करते हुए नायडू ने कहा है कि मंदिर के प्रसाद के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले घी और अन्य चीजों में उसकी क्वालिटी में सुधार किया गया है। सीएम नायडू के बेटे और राज्य के आईटी मंत्री नारा लोकेश ने भी पिछले प्रशासन की आलोचना करते हुए घटना को शर्मनाक बताया है।
The lord venkateswara swamy temple at Tirumala is our most sacred temple. I am shocked to learn that the @ysjagan administration used animal fat instead of ghee in the tirupati Prasadam. Shame on @ysjagan and the @ysrcparty government that couldn’t respect the religious… pic.twitter.com/UDFC2WsoLP
— Lokesh Nara (@naralokesh) September 18, 2024
टीडीपी के सदस्य और केंद्रीय मंत्री राम मोहन नायडू ने भी इसकी आलोचना की है। उन्होंने कहा है कि इसकी सही से जांच होगी और इसमें शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाई भी की जाएगी।
वाईएसआरसीपी ने आरोपों को किया है खारिज
मामले में वाईएसआर कांग्रेस पार्टी ने अपने पर लगे सभी आरोपों का खंडन किया है। वाईएसआरसीपी नेता वाईवी सुब्बा रेड्डी ने सीएम नायडू के बयानों को लेकर उन्हें चुनौती भी दी है।
वाईवी सुब्बा रेड्डी ने नायडू पर राजनीतिक लाभ के लिए मंदिर की पवित्रता को नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाया और आरोपों का खंडन करने के लिए बतौर गवाह शपथ भी लेने की बात कही है।
దివ్య క్షేత్రం తిరుమల పవిత్రతను, వందలకోట్లమంది హిందువుల విశ్వాసాలను చంద్రబాబునాయుడు దారుణంగా దెబ్బతీసి పెద్ద పాపమే చేశాడు. తిరుమల ప్రసాదంపై చంద్రబాబు చేసిన వ్యాఖ్యలు అత్యంత దుర్మార్గం. మనిషి పుట్టుక పుట్టినవారెవ్వరూ కూడా ఇలాంటి మాటలు మాట్లాడరు, ఇలాంటి ఆరోపణలు చేయరు.1/2
— Y V Subba Reddy (@yvsubbareddymp) September 18, 2024
कांग्रेस ने क्या कहा है
कांग्रेस के तरफ से वाईएस शर्मिला ने अपना पक्ष रखा है और इसके लिए टीडीपी और वाईएसआरसीपी पर निशाना साधा है। उन्होंने इन आरोपों को लेकर सीबीआई जांच कराने की मांग की है। बता दें कि शर्मिला राज्य इकाई की प्रमुख और आंध्र प्रदेश के पूर्व सीएम वाईएस जगन मोहन रेड्डी की बहन हैं।
वाईएस शर्मिला ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, ”चंद्रबाबू नायडू की यह टिप्पणी कि उन्होंने सीएम के रूप में लड्डू प्रसादम में घी के बजाय पशु तेल का इस्तेमाल किया, तिरुमाला की पवित्रता और प्रतिष्ठा के लिए हानिकारक है। करोड़ों हिंदुओं के आराध्य देव वेंकटेश को कलंकित किया है।”
शर्मिला ने आगे लिखा है, “हम सीएम चंद्रबाबू नायडू से मांग करते हैं। यदि आपके आरोपों में कोई राजनीतिक आयाम नहीं है, यदि भावनाओं का राजनीतिकरण करने का आपका कोई इरादा नहीं है, तुरंत एक उच्च स्तरीय समिति का गठन करें। या फिर सीबीआई से जांच कराएं।”