नई दिल्ली: कोलकाता के आर जी कर अस्पताल मामले में अपनी पहली प्रतिक्रिया देते हुए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने घटना पर गहरी निराशा जताई हैं। राष्ट्रपति ने इस पर बोलते हुए इसकी कड़ी निंदा की है। राष्ट्रपति ने कहा है कि समाज में ‘घटिया मानसिकता’ वाले लोग भी हैं जो महिलाओं को शक्ति, क्षमता और बुद्धिमत्ता के मामले में हीन मानते हैं।
देश में महिलाओं के खिलाफ बढ़ रहे अपराध पर राष्ट्रपति मुर्मू ने चिंता जाहिर की और कहा है कि अब बहुत हो गया। उन्होंने यह भी कहा है कि कोई भी सभ्य समाज महिलाओं के खिलाफ इस तरह की बर्बरता को बर्दाश्त नहीं कर सकता है। राष्ट्रपति ने दिल्ली के निर्भया कांड को भी याद किया और कहा कि समाज को इस तरह की घटनाओं को भूल जाने की ‘बहुत ही खराब आदत’ है।
बता दें कि इसी महीने के शुरुआत में कोलकाता के आर जी कर अस्पताल में एक महीला ट्रेनी डॉक्टर के साथ पहले बलात्कार किया गया और फिर उसकी हत्या कर दी गई थी। घटना को लेकर कोलकाता समेत पूरे देश में विरोध प्रदर्शन जारी हैं।
राष्ट्रपति मुर्मू ने क्या कहा
राष्ट्रपति मुर्मू ने बुधवार को एक इंटरव्यू में बात करते हुए 12 साल पहले दिल्ली की निर्भया कांड को याद किया। उन्होंने कहा है कि पिछले 12 सालों में इस तरह के अनगिनत बलात्कार के मामले सामने आए हैं जिसे समाज भूल चुका है। उन्होंने इसे ‘सामूहिक भूलने की बीमारी’ करार दिया।
राष्ट्रपति ने कहा है कि भारत को अपने इतिहास का सामाना करना चाहिए। इंटरव्यू में राष्ट्रपति ने यह भी कहा है कि कोलकाता कांड को लेकर एक तरफ जहां डॉक्टर, छात्र और आम लोग विरोध प्रदर्शन कर रहे थे, वहीं दूसरी ओर अपराधी बिना किसी खौफ के घूम रहे थे।
राष्ट्रपति मुर्मू ने अप्रत्यक्ष रूप से महिलाओं के खिलाफ हाल में हुए अन्य हालिया हिंसक अपराधों के तरफ भी इशारा किया। उन्होंने कहा है कि कोलकाता कांड के बावजूद अपराधी अन्य जगहों पर महिलाओं को शिकार बनाने की कोशिश कर रहे थे। अपने इस बयान से उन्होंने उत्तराखंड और महाराष्ट्र में नर्सों के साथ बलात्कार और मलयालम फिल्म उद्योग में यौन उत्पीड़न के आरोपों पर भी इशारा किया है।
राष्ट्रपति के बयान पर टीएमसी ने दी है प्रतिक्रिया
टीएमसी नेता कुणाल घोष ने कोलकाता कांड पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा दिए गए बयान पर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा है कि “आरजी कर अस्पताल को लेकर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का बयान आया। उन्होंने उसे लेकर चिंता व्यक्त किया। आरजी कर मामले पर हमारा कहना है कि हम सब, हमारी पार्टी न्याय के पक्ष में है और आरोपी को मौत की सजा होनी चाहिए।”
नेता ने आगे कहा, “लेकिन राष्ट्रपति अभी क्यों बोल रही हैं। उन्नाव, हाथरस, महाराष्ट्र, बदलापुर, उत्तराखंड में ये सब हुआ तब वो कहां थीं। गोल्ड मेडलिस्ट साक्षी मलिक का आरोप भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ हुआ था, तब आप कहां थीं। लेकिन अब बंगाल में हुआ तो यह सोशल क्राइम है। लेकिन भाजपा नीत राज्यों में हुआ तब आप कहां थीं। हम आपका सम्मान करते हैं। ऐसा मत कीजिए।”
क्या है कोलकाता रेप मामला
बता दें कि कोलकाता के आर जी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में आठ और नौ अगस्त की रात को एक ट्रेनी महिला डॉक्टर के साथ रेप हुआ था। महिला के साथ रेप के बाद उसकी हत्या कर दी गई थी। घटना को लेकर काफी विवाद हुआ था और रेजिडेंट डॉक्टर्स ने इसका विरोध किया था और वे हड़ताल पर भी चले गए थे।
घटना को लेकर पूरे देश में विरोध प्रदर्शन देखा गया था और इसे लेकर नेताओं के बीच जमकर बयानबाजी भी हुई थी। मामले की जांच कर रही राज्य पुलिस के जांच पर भी सवाल उठाए गए थे। मामले को तूल पकड़ता देख हाई कोर्ट ने इसकी जांच सीबीआई को सौंप दी थी। बाद में यह केस सुप्रीम कोर्ट भी पहुंचा जहां पर एजेंसी ने हाल ही में स्टेटस रिपोर्ट दाखिल की है।