गुवाहाटी: असम के नागांव जिले में 14 साल की नाबालिग के साथ गैंगरेप मामले में पकड़े गए एक आरोपी की शनिवार तड़के पुलिस हिरासत में मौत हो गई। पुलिस के मुताबिक आरोपी तफजुल इस्लाम (24) भागने की कोशिश में एक तालाब में कूद गया था जिससे उसकी मौत हुई। तफजुल इस्लाम नाबालिग के साथ गैंगरेप के तीन आरोपियों में से एक था। मामले में अभी तक केवल उसी की गिरफ्तारी हो सकी थी और उस पर भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता और पॉक्सो (Pocso) एक्ट की धाराएं लगाई गई थी।
रात 3.30 बजे क्राइम सीन पर पुलिस
समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार पुलिस ने बताया है कि आरोपी को देर रात उस स्थान पर ले जाया गया था जहां गैंगरेप की वारदात को अंजाम दिया गया। पुलिस शनिवार तड़के करीब 3.30 बजे घटना स्थल पर आरोपी के साथ पहुंची थी ताकि क्राइम सीन रिक्रिएट किया जाए। गैंगरेप की घटना के बाद हो रहे भारी विरोध-प्रदर्शन के बीच आरोपी को शुक्रवार को पुलिस ने पकड़ा था।
पुलिस ने बताया, ‘इसी दौरान आरोपी पुलिस हिरासत से भाग गया और पास के एक तालाब में कूद गया। इसके तत्काल बाद एक सर्च ऑपरेशन शुरू किया गया और करीब दो घंटे बाद उसका शव बरामद हो सका।’
इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार नागांव के एसपी ने कहा, ‘उससे पूछताछ के बाद उसे अपराध स्थल पर ले जाया गया। यहीं पर उसने भागने की कोशिश की और एक तालाब में कूद गया। हमने तुरंत इलाके की घेराबंदी की और एसडीआरएफ को बुलाया। एसडीआरएफ ने खोजबीन की तो शव बरामद हुआ। हमारे कांस्टेबल जो उसकी हथकड़ी पकड़े हुए था, उनके हाथ में कुछ चोट आई है और उन्हें इलाज के लिए भेजा गया है।’
असम गैंगरेप की घटना के बाद हो रहे थे प्रदर्शन
असम के नागांव जिले के ढिंग में गुरुवार शाम को 14 वर्षीय लड़की के साथ सामूहिक बलात्कार की घटना हुई थी। इसके बाद स्थानीय लोगों ने दोषियों को सजा देने की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन शुरू किया था।
10वीं कक्षा में पढ़ने वाली लड़की गुरुवार शाम को ट्यूशन क्लास से लौट रही थी, तभी शाम 7 से 8 बजे के बीच तीन लोगों ने उस पर हमला कर दिया। पुलिस के मुताबिक, उसके साथ सामूहिक बलात्कार करने के बाद हमलावरों ने उसे बोरभेटी इलाके में सड़क किनारे फेंक दिया। करीब एक घंटे बाद स्थानीय लोगों ने उसे नग्न और बेहोशी की हालत में पाया।
स्थानीय निवासियों ने इस घटना की सूचना पुलिस को दी। नाबालिग को बचा लिया गया और उसे चिकित्सा सहायता के लिए ढिंग एफआरयू ले जाया गया। बताया जा रहा है कि लड़की की हालत ठीक नहीं है। स्थानीय निवासियों के अनुसार नाबालिग ने कहा कि जब वह ट्यूशन से लौट रही थी तो तीन लोगों ने उसके साथ सामूहिक बलात्कार किया।
इस भयावह घटना के बाद शुक्रवार को पूरा ढिंग इलाका बंद रहा और स्थानीय निवासियों ने भारी विरोध-प्रदर्शन भी किया। ढिंग इलाके में छात्रों और महिलाओं समेत हजारों लोग विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए।
पुलिस के अनुसार, तीनों हमलावर मोटरसाइकिल पर सवार थे, तभी उन्होंने लड़की को देखा और उस पर हमला कर दिया। कथित तौर पर उन्होंने उस पर कुछ स्प्रे किया, उसका मुंह बांध दिया और उसके साथ क्रूरता से बलात्कार किया, जिससे वह बेहोश हो गई। इसके बाद उन्होंने उसे सड़क किनारे एक तालाब के पास फेंक दिया, जहां बाद में लोगों ने उसे बिना कपड़ों के पाया।
हिमंत बिस्वा सरमा ने घटना पर क्या कहा था?
असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने डीजीपी जीपी सिंह को घटनास्थल का दौरा करने और त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित करने का निर्देश दिया था। उन्होंने शुक्रवार को एक्स पर पोस्ट किया, ‘जिन अपराधियों ने ढींग की एक हिंदू नाबालिग के साथ जघन्य अपराध करने का साहस किया, उन्हें कानून छोड़ेगा नहीं। लोकसभा चुनाव के बाद एक विशेष समुदाय अत्यंत सक्रिय हो रहा है। हिंदुओं को भाषाओं के आधार पर बांटने की कोशिश से सभी को सतर्क रहना चाहिए।’
जिन अपराधियों ने ढींग की एक हिंदू नाबालिका के साथ जघन्य अपराध करने का साहस किया, उन्हें कानून छोड़ेगा नहीं। लोकसभा चुनाव के बाद एक विशेष समुदाय अत्यंत सक्रिय हो रहा है। हिंदुओं को भाषाओं के आधार पर बांटने की कोशिश से सभी को सतर्क रहना चाहिए।
मेरा प्रेस वार्तालाप: pic.twitter.com/I7W7ssHaPL
— Himanta Biswa Sarma (@himantabiswa) August 23, 2024
इससे पहले उन्होंने एक और ट्वीट करते हुए लिखा था, ‘ढिंग में नाबालिग से जुड़ी भयावह घटना मानवता के खिलाफ अपराध है और इसने हमारी सामूहिक अंतरात्मा को झकझोर दिया है। हम किसी को नहीं छोड़ेंगे और अपराधियों को न्याय के कटघरे में लाएंगे। मैंने असम पुलिस के डीजीपी को घटनास्थल पर जाने और ऐसे राक्षसों के खिलाफ त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है।’
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