बैंकॉकः फेउ थाई पार्टी की नेता पैटोंगटार्न शिनावात्रा को थाईलैंड का नया प्रधानमंत्री बनाया गया है। रविवार को प्रतिनिधि सभा के महासचिव अर्फात सुकानन ने इसकी घोषणा की। समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, रविवार की सुबह मुख्यालय में फेउ थाई पार्टी का आयोजन किया गया। इस दौरान अर्फत ने शाही आदेश दिया कि पैटोंगटार्न शिनावात्रा को प्रधानमंत्री नियुक्त किया गया है।
गौरतलब है कि नैतिकता के उल्लंघन मामले में संवैधानिक कोर्ट ने पूर्व प्रधानमंत्री श्रेथा थाविसिन को 14 अगस्त को पद से बर्खास्त कर दिया था। श्रेथा पर गलत तरीके से एक ऐसे वकील को अपनी कैबिनेट में शामिल करने का आरोप है, जो पहले जेल की सजा काट चुका था। श्रेथा एक साल पहले ही प्रधानमंत्री चुने गए थे।
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श्रेथा को पद से हटाए जाने के बाद फेउ थाई पार्टी ने संसद में 16 अगस्त को बहुमत प्राप्त किया था। प्रधानमंत्री पद के लिए पैटोंगटार्न एकमात्र उम्मीदवार थीं। संसद में उनके पक्ष में 310 वोट पड़े, वहीं 145 सदस्यों ने उनके खिलाफ वोट दिया। जबकि 27 सांसदों ने वोटिंग में हिस्सा ही नहीं लिया।
37 वर्षीय पैटोंगटार्न शिनावात्रा अरबपति टाइकून और पूर्व नेता थाकसिन शिनावात्रा की बेटी हैं। वह देश की सबसे कम उम्र की और दूसरी महिला प्रधानमंत्री बन गई हैं। वहीं, अपने परिवार की वो तीसरी सदस्य हैं जो ये जिम्मेदारी निभा रही हैं। उनसे पहले उनके पिता, बुआ भी इस पद पर रहे थे। उनकी बुआ देश की पहली महिला प्रधानमंत्री रही हैं।
पैटोंगटार्न ने थाईलैंड के प्रतिष्ठित चुलालोंगकोर्न विश्वविद्यालय से राजनीति विज्ञान और ब्रिटेन से होटल मैनेजमेंट में मास्टर डिग्री प्राप्त की। वह चर्चा में तब आईं जब अपनी पढ़ाई के दौरान उन्होंने मैकडॉनल्ड्स में पार्ट-टाइम नौकरी करके सामाजिक जीवन का अनुभव लिया।
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एक राजनीतिक परिवार से आने के कारण, वे बचपन से ही राजनीति के माहौल में रहीं। बाद में, उन्होंने रैंड डेवलपमेंट कंपनी में होटल सीईओ के रूप में भी काम किया, जहां उन्होंने अपने नेतृत्व कौशल को निखारा। हालांकि, राजनीति के प्रति उनका लगाव हमेशा बना रहा और अंततः उन्होंने राजनीति में सक्रिय रूप से भाग लेने का फैसला किया।
दो बच्चों की माँ पैटोंगटार्न शिनावात्रा ने कभी सरकार में सेवा नहीं की है। वह सांसद भी नहीं है। उन्होंने 2021 में राजनीति में कदम रखा, जब उनके पिता और पूर्व प्रधानमंत्री थाकसिन शिनावात्रा द्वारा स्थापित फेउ थाई पार्टी ने उन्हें अपने समावेशन और नवाचार सलाहकार समिति का प्रमुख बनाया।
उस समय पैटोंगटार्न ने कहा था कि उन्हें खुद राजनीति में आने में कोई दिलचस्पी नहीं है, बल्कि वह सलाहकार के रूप में काम करना पसंद करेंगी। लेकिन जब देश ने 2022 के अंत में चुनावों की तैयारी शुरू की, तो पैटोंगटार्न ने इस मौके का फायदा उठाया। पिछले साल पार्टी ने उन्हें अपने तीन पीएम उम्मीदवारों में से एक बनाया।
थाकसिन से जुड़े लोकलुभावन दलों ने बीते दो दशकों तक सभी राष्ट्रीय चुनाव जीते थे। लेकिन 2023 के आम चुनाव में फेउ थाई को प्रतिनिधि सभा में कम सीटें हासिल हुईं। सबसे ज्यादा सीटें मूव फॉरवर्ड पार्टी ने जीतीं। जब गठबंधन सरकार बनाने की कोशिशें विफल हो गईं, तो थाईलैंड की संसद ने फेउ थाई के श्रेथा थाविसिन को प्रधानमंत्री चुना।
–आईएएनएस इनपुट के साथ