अयोध्या: अयोध्या के भदरसा में हुए दुष्कर्म के मामले में मुख्यमंत्री योगी का एक्शन जारी है दूसरी तरफ मामले को लेकर राज्य में सियासत भी तेज हो गई है। रविवार को सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कोर्ट से पीड़ित की सुरक्षा की मांग की है।
सपा नेता ने कहा है कि मामले की “संवेदनशीलता” को देखते हुए मैं कोर्ट से विनम्र आग्रह करता हूं कि न्यायलय अपने पर्यवेक्षण में पीड़िता की हर संभव सुरक्षा सुनिश्चित करवाएं। इससे पहले अखिलेश यादव ने कुकृत्य करने वालों का डीएनए टेस्ट कराने की मांग की थी।
उधर रविवार को बसपा के प्रदेश अध्यक्ष विश्वनाथ पाल ने आरोप लगाते हुए कहा है कि कुछ लोग पीड़ित के परिवार वालों पर शिकायत वापस लेने और समझौता करने का दबाव बना रहे हैं।
खबर यह भी है कि रविवार को एक और पुलिस वाले को सस्पेंड कर दिया गया है। इससे पहले शनिवार को बहुजन समाज पार्टी के सुप्रीमो मायावती ने मामले में यूपी सरकार की कार्रवाई को सही ठहराया था और घटना के लिए सपा की आलोचना की थी।
मामले में शनिवार दोपहर को मुख्य आरोपी मोइद खान के अवैध निर्माण पर बुलडोजर भी चला था। इसके बाद शाम को मुख्यमंत्री की तरफ से पीड़िता को पांच लाख रुपए की आर्थिक सहायता प्रदान की गई थी। स्थानीय विधायक अमित सिंह चौहान ने पीड़िता के घर पहुंच कर परिजनों को पांच लाख रुपए का चेक सौंपा था।
क्या है पूरा मामला
यह घटना उत्तर प्रदेश के भदरसा का है जहां पर करीब दो महीने पहले नाबालिग के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया गया था। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, पुलिस से शिकायत में यह कहा गया है कि नाबालिग आरोपी राजू खान के यहां काम करती थी।
करीब ढाई महीने पहले काम पूरा होने के बाद राजू ने नाबालिग से कहा कि मामले का मुख्य आरोपी मोईद खान उससे मिलना चाहता है। दावा है कि नाबालिग जब वहां पहुंची तो मुख्य आरोपी मोईद खान और राजू खान ने उसके साथ उत्पीड़न किया था। यही नहीं घटना का वीडियो रिकॉर्डिंग भी किया था।
अयोध्या के एसएसपी राज करण नय्यर ने बताया कि आरोपियों ने वीडियो रिकॉर्डिंग के जरिए नाबालिग को धमकाते और उसे डराते थे। आरोप यह भी है कि वीडियो रिकॉर्डिंग के जरिए आरोपी करीब ढाई महीने तक उसे डराते और धमकाते थे और उसका शोषण करते थे। मामला तब सामने आया जब नाबालिग की तबियत खराब हुई थी और मेडिकल जांच के दौरान पता चला की वह गर्भवती है।
ऐसे में परिवार के शिकायत के बाद पुलिस ने पुरा कलंदर पुलिस स्टेशन में मामल दर्ज किया था और जांच शुरू की थी। इस आरोप में पुलिस ने मोईद खान और उनके सहयोगी राजू खान को 30 जुलाई को पकड़ा था। उत्तर प्रदेश विधानसभा में सीएम योगी ने यह दावा किया था कि मोईद खान का सपा से नाता है।
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डीएनए टेस्ट की सपा की मांग को लेकर विवाद
मामले में रविवार को एक पोस्ट में अखिलेश यादव ने लिखा कि बलात्कार पीड़िता के लिए सरकार अच्छे-से-अच्छा चिकित्सीय प्रबंध कराए। बालिका के जीवन की रक्षा की जिम्मेदारी सरकार की है। यही नहीं उन्होंने कोर्ट से नाबालिग की सुरक्षा की भी मांग की है।
इससे पहले शनिवार को मामले में सपा मुखिया अखिलेश यादव ने डीएनए टेस्ट का सुझाव दिया था जिसे लेकर मायावती ने सपा पर सवाल भी उठाए था। सपा मुखिया अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर लिखा था कि कुकृत्य के मामले में जिन पर भी आरोप लगा है उनका डीएनए टेस्ट कराकर इंसाफ का रास्ता निकाला जाए न कि केवल आरोप लगाकर सियासत की जाए।
सपा नेता ने आगे कहा कि जो भी दोषी हो उसे कानून के हिसाब से पूरी सजा दी जाए, लेकिन अगर डीएनए के बाद आरोप झूठे साबित हों तो सरकार के संलिप्त अधिकारियों को भी न बख्शा जाए। यही न्याय की मांग है।
भाजपा और बसपा ने दी है कड़ी प्रतिक्रिया
अखिलेश की डीएनए टेस्ट की मांग पर भाजपा और बसपा दोनों ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। अखिलेश यादव की आलोचना करते हुए भाजपा ने सपा पर आरोप लगाया है कि पार्टी ‘पीडोफिलिया’ का बचाव कर रही है।
यही नहीं सपा पर तंज कसते हुए भाजपा ने कहा है कि इससे सपा ‘लड़के ही लड़के रहेंगे’ वाली मानसिकता दिखा रही है। यही नहीं मामले को लेकर विपक्षी भारतीय गुट के नेताओं की चुप्पी पर भी भाजपा ने सवाल उठाया है।
मायावती ने क्या कहा है
बसपा मुखिया मायावती ने भी अखिलेश पर पलटवार करते हुए सोशल मीडिया एक्स के माध्यम से लिखा कि यूपी सरकार द्वारा अयोध्या के गैंगरेप केस में आरोपी के विरुद्ध की जा रही सख्त कार्रवाई उचित, लेकिन सपा द्वारा यह कहना कि आरोपी का डीएनए टेस्ट होना चाहिए, इसे क्या समझा जाए। जबकि सपा को यह भी बताना चाहिए कि उनकी सरकार में ऐसे आरोपियों के खिलाफ कितने डीएनए टेस्ट हुए हैं।
मायावती ने आगे लिखा कि यूपी में अपराध नियंत्रण व कानून-व्यवस्था में भी ख़ासकर महिला सुरक्षा व उत्पीड़न आदि को लेकर बढ़ती चिंताओं के बीच अयोध्या व लखनऊ आदि की घटनाएं अति-दुखद व चिन्तित करने वाली हैं। सरकार इनके निवारण के लिए जाति-बिरादरी एवं राजनीति से ऊपर उठकर सख़्त कदम उठाए तो बेहतर है।
अमित मालवीय और प्रियंक कानूनगो ने क्या कहा
बीजेपी आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय और राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो ने भी अखिलेश यादव को घेरा है।कानूनगो ने 2014 बलात्कार मामले पर अखिलेश यादव के पिता मुलायम सिंह यादव की “लड़कों से गलती हो जाती है” वाली टिप्पणी का हवाला देते हुए उन पर निशाान साधा है।
अयोध्या दुष्कर्म मामले में अबतक क्या हुआ है
– घटना के सामने आने के बाद सबसे पहले इस मामले में थानाध्यक्ष पूराकलंदर रतन शर्मा व भदरसा चौकी इंचार्ज अखिलेश गुप्ता को सस्पेंड कर दिया गया था।
– शुक्रवार को नाबालिग की मां से मुख्यमंत्री योगी ने मुलाकात की थी और हर तरह की मदद मुहैया कराने की बात कही थी। इस दौरान स्थानीय विधायक अमित सिंह चौहान भी मौजूद थे।
– शनिवार को पीड़ित के परिवार वालों को अमित सिंह चौहान ने पांच लाख रुपए की आर्थिक सहायता का चेक सैंपा था।
– इस मुलाकात के 24 घंटे बाद शनिवार को आरोपी सपा नेता मोईद खान की बेकरी को बुलडोजर से ढहा दिया गया था।
– अयोध्या विकास प्राधिकरण के सचिव सतेंद्र सिंह ने कहा कि बेकरी तालाब की जमीन पर बनी थी। जांच के बाद एक्शन लिया गया है। आरोपी की अवैध संपत्तियों की जांच की जा रही है।
– खबर यह भी है कि रविवार को भगरसा पुलिस चौकी के सिपाही रोहित यादव को भी सस्पेंड कर दिया गया है।
– नाबालिग का इलाज चल रहा है और पुलिस मामले की जांच भी कर रही है।
मामले में किसने क्या दी प्रतिक्रिया
– शनिवार को योगी सरकार में मंत्री संजय निषाद पीड़ित बच्ची से मिलने अस्पताल पहुंचे थे। बाहर निकलकर वह फूट-फूटकर रोने लगे थे। उन्होंने कहा कि अखिलेश का पीडीए झूठा साबित हो रहा है। लगता है कि इन अपराधियों के सहारे इनकी जीत हुई है।
– सपा प्रमुख पर निशाना साधते हुए डॉ. संजय निषाद ने यह भी कहा कि वो अब तक इस मामले में चुप क्यों साधे हैं? आरोपी को पार्टी से क्यों नहीं निकाला है?
-प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने भी एक्स पर लिखा कि पीड़ित परिवार को न्याय दिलाया जाएगा और कठोर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि बलात्कारियों को बचाना सपा की जन्मजात फितरत है।
– घटना को लेकर सपा के राष्ट्रीय महासचिव शिवपाल यादव ने शनिवार को कहा था कि घटना बहुत ही दुखद है। आरोपी व मामले को तूल दे रहे भाजपा के नेताओं से नार्को टेस्ट कराने की मांग की थी।
-समाजवादी पार्टी के महासचिव रामगोपाल यादव शनिवार को कहा कि जो गुंडई करेगा, उसके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। प्रशासन को ऐसे मामलों में सख्त कार्रवाई करनी चाहिए, ताकि समाज में शांति और सुरक्षा बनी रहे।
-हनुमानगढ़ी के पुजारी महंत राजू दास ने इंडिया ब्लॉक के नेताओं पर तीखा हमला किया है। उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को इस सामूहिक बलात्कार के आरोपियों पर कार्रवाई करने के लिए साधुवाद दिया है।
– गैंगरेप मामले में रविवार को नई दिल्ली सांसद बांसुरी स्वराज ने सपा को नसीहत दी है। उन्होंने कहा कि घिनौना काम करने वाले के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो।
– अयोध्या से सासंद अवधेश प्रसाद का एक वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है। वीडियो जारी कर भाजपा ने आरोपी को अवधेश प्रसाद का शागिर्द बताया है।
– इस पर अवधेश प्रसाद की प्रतिक्रिया भी सामने आई है। उन्होंने कहा कि मैं राजनीति में हूं और हजारों लोग मुझसे मिलते हैं और फोटो खिंचवाते हैं। उन्होंने आगे कहा कि मैं अपनी फोटो वाली बात से इनकार नहीं कर रहा हूं।
समाचार एजेंसी आईएएनएस के इनपुट के साथ