नई दिल्ली: पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री और अब सांसद बन चुके कांग्रेस के चरणजीत सिंह चन्नी के लोक सभा में बजट पर चर्चा के दौरान गुरुवार को दिए बयान पर विवाद मच गया है। चन्नी ने इशारों-इशारों में लोक सभा में भाजपा शासन की तुलना आपातकाल से करने के दौरान जेल में बंद खडूर साहिब से सांसद अमृतपाल सिंह का जिक्र कर दिया। हालांकि, उन्होंने अमृतपाल सिंह का नाम नहीं लिया। उन्होंने कहा कि ’20 लाख लोगों द्वारा पंजाब में चुने गए सांसद पर एनएसए लगाकर उसे जेल में रखा गया है, ये भी इमरजेंसी है।’
इसी बयान पर विवाद शुरू हुआ है। हालांकि, उनकी टिप्पणी को लोकसभा के रिकॉर्ड से हटा दिया गया है लेकिन भाजपा ने अब चन्नी के बयान पर सवाल खड़े करने शुरू कर दिए हैं। भाजपा ने सवाल किया कि क्या कांग्रेस ने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के बावजूद खालिस्तान समर्थकों का समर्थन करना शुरू कर दिया है।
बीजेपी प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया, ‘कांग्रेस सांसद और पंजाब के पूर्व सीएम चन्नी कट्टरपंथी खालिस्तान समर्थक अलगाववादी अमृतपाल सिंह के पक्ष में हैं। क्या यह जय संविधान है? अलगाववादियों के लिए समर्थन जो भारत के टुकड़े-टुकड़े चाहते हैं? राहुल जी को जवाब देना चाहिए – खालिस्तान का विचार ही प्रधानमंत्री इंदिरा जी की हत्या का कारण बना, उसकी ही जय-जयकार हो रही है!! कांग्रेस हमेशा अलगाववादियों और आतंकवादियों की वकालत क्यों करती है?’
Congress MP and Former Punjab CM Channi bats for radical pro-Khalistan separatist Amritpal Singh.
Is this Jai Sanvidhan? Batting for separatist who wants tukde tukde of India ?
Rahul ji must answer – the idea of Khalistan that caused the assassination of PM Indira ji is being… pic.twitter.com/j1MDq8s8QY
— Shehzad Jai Hind (Modi Ka Parivar) (@Shehzad_Ind) July 25, 2024
कांग्रेस दे रही चन्नी के बयान पर सफाई
विवादित बयान के बाद कांग्रेस एक बार फिर पुराने अंदाम में इस पर अपनी सफाई दे रही है। कांग्रेस ने कहा है कि ‘चन्नी ने जो बातें अमृतपाल सिंह को लेकर कही हैं, ये उनका निजी विचार है और किसी भी तरह कांग्रेस के विचार को प्रतिबिंबित नहीं करता है।’
The views expressed by Charanjit Singh Channi, MP on Amritpal Singh are his own, and do not reflect in any way the position of the Indian National Congress
— Jairam Ramesh (@Jairam_Ramesh) July 25, 2024
बता दें कि खालिस्तान समर्थक होने के आरोप में अमृतपाल सिंह को राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (एनएसए) के तहत गिरफ्तार किया गया था। उसने जेल से ही हालिया लोकसभा चुनाव लड़ा और खडूर से चार लाख वोटों से जीत हासिल करने में कामयाब रहा।
भाजपा ने उठाए सवाल
भाजपा प्रवक्ता पूनावाला ने एक बयान में ये भी कहा, ‘कांग्रेस पार्टी अब अलगाववादी, खालिस्तानी तत्वों का समर्थन कर रही है? वही कांग्रेस पार्टी संविधान की रक्षा के बड़े-बड़े दावे करती है, क्या वे ऐसा कहकर संविधान की रक्षा कर रहे हैं? जो व्यक्ति इंदिरा गांधी की हत्या के पक्ष में खड़ा है, जो देश को विभाजित करने की बात करता है , आप आज उनका समर्थन कर रहे हैं। यह तुष्टीकरण की राजनीति है।’
दूसरी ओर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि कांग्रेस सांसद चन्नी की संसद में की गई टिप्पणी ‘दुर्भाग्यपूर्ण’ है। उन्होंने संसद के बाहर पत्रकारों से कहा, ‘चन्नी के बयान पर मैं सिर्फ इतना कहूंगा कि इंदिरा गांधी का हत्यारा खालिस्तानी था और कांग्रेस खालिस्तानियों का समर्थन कर रही है। वाह रे कांग्रेस, जय चन्नी। यह भारत की संप्रभुता पर हमला है। इस पर कार्रवाई होनी चाहिए…कांग्रेस का हाथ, खालिस्तानियों के साथ।’
चन्नी के बयान पर भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता आर.पी. सिंह ने भी कड़ी प्रतिक्रिया दी है। भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि चन्नी पंजाबी में आने वाले चुनाव के मद्देनजर इस तरह का बयान दे रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘वह यह सोच रहे हैं कि खालिस्तानियों का समर्थन करके वह शायद कुछ वोट बटोर लेंगे। इसी प्रकार की सोच इंदिरा गांधी की थी, तब उन्होंने भिंडरवाला को खड़ा किया था और सोचा था कि पंजाब को बांटेंगे, पंजाब को खालिस्तान के हाथ में देंगे, बाद में देश के चुनाव में जीतेंगे।’
आर.पी. सिंह ने कहा, ‘चन्नी कह रहे हैं कि एक व्यक्ति के खिलाफ एनएसए लगा दिया गया और वह 20 लाख वोट से जीतकर आया। कोई व्यक्ति कत्ल कर दे, और उसके बाद वह चुनाव जीते तो इसका मतलब यह नहीं है कि उसके खिलाफ मुकदमा नहीं चलेगा। अमृतपाल सिंह ने जो कहा उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई होगी। वह देश को बांटने की कोशिश कर रहा था, देश को बांटने की बात कर रहा था। वह खालिस्तान के समर्थन में था, इसलिए उसके खिलाफ कार्रवाई हुई।’
वहीं, भाजपा सांसद दिनेश शर्मा ने मांग की कि कांग्रेस को चन्नी को निष्कासित करना चाहिए। उन्होंने कहा कि चन्नी ‘कनाडा के राष्ट्र-विरोधी तत्वों के इशारे पर काम कर रहे थे।’ उन्होंने कहा, ‘कांग्रेस को उन्हें निष्कासित करना चाहिए, और अगर कांग्रेस उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं करती है, तो इसका मतलब है कि कहीं न कहीं कांग्रेस इन असामाजिक और राष्ट्र-विरोधी तत्वों के साथ मिली हुई है।’
चन्नी के बयान पर भगवंत मान क्या बोले?
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने भी चन्नी की टिप्पणी से खुद को अलग किया। उन्होंने कहा कि यह चन्नी की ‘व्यक्तिगत राय’ थी। INDIA गठबंधन की साथी ‘आम आदमी पार्टी’ के मान ने साथ ही कहा, ‘कांग्रेस को अपना रुख तय करना चाहिए। आधी कांग्रेस एक साथ नहीं है। कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए हम कार्रवाई करेंगे। मैं एक सांसद का संरक्षक नहीं हूं। मैं पंजाब के लोगों का संरक्षक हूं।’