नूंहः हरियाणा में हर साल की तरह इस बार भी सावन के महीने में ब्रजमंडल जलाभिषेक यात्रा निकाली जाएगी। यात्रा 22 जुलाई से शुरू की जाएगी। इस बार भी विश्व हिंदू परिषद के लोगों के अलावा बड़ी संख्या में साधु-संत यात्रा में शामिल होंगे। पिछले साल इस यात्रा पर मेवात क्षेत्र में भीड़ ने हमला कर दिया था जिसमें छह लोगों की जान चली गई थी। हिंदू संगठनों द्वारा इस वर्ष भी जुलूस निकालने की घोषणा के बाद प्रशासन सतर्क हो गया है।
राज्य सरकार ने रविवार सांप्रदायिक तनाव की आशंका के चलते नूंह जिले में मोबाइल इंटरनेट और बल्क एसएमएस सेवाओं को 24 घंटे के लिए निलंबित कर दिया है। हरियाणा के अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) अनुराग रस्तोगी के आदेश के मुताबिक, सेवाओं का निलंबन रविवार शाम 6 बजे से सोमवार शाम 6 बजे तक लागू रहेगा। हालांकि, बैंकिंग और मोबाइल रिचार्ज से संबंधित एसएमएस को निलंबन से छूट दी गई है।
सरकारी आदेश में क्या कहा गया?
आदेश में कहा गया है कि जिले में तनाव, आंदोलन, सार्वजनिक और निजी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने, सार्वजनिक शांति और सौहार्द्र भंग होने की आशंका है। सरकार का कहना है कि यह फैसला अफवाहों और गलत सूचनाओं के फैलने को रोकने के लिए लिया गया है, जो सांप्रदायिक तनाव पैदा कर सकते हैं।
जिला प्रशासन ने लोगों से शांति बनाए रखने और अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की है। साथ ही यात्रा को शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराने के लिए नूंह पुलिस ने कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की है। स्थानीय पुलिस के साथ-साथ कमांडो यूनिट, घुड़सवार पुलिस, डॉग स्क्वाड और बम निरोधक दस्ते पूरे जिले में रणनीतिक रूप से तैनात हैं। जनता में सुरक्षा की भावना पैदा करने के लिए पुलिस अधीक्षक नूह की देखरेख में फ्लैग मार्च किया गया।
नूह पुलिस ड्रोन और डॉग स्क्वाड का उपयोग कर लगातार तलाशी और निगरानी कर रही है ताकि सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। जिले में प्रवेश और निकलने वाले सभी वाहनों की वीडियो रिकॉर्डिंग और विभिन्न चौकियों पर डॉग स्क्वाड द्वारा जांच की जा रही है।
गौरतलब है कि बीते वर्ष 31 जुलाई को नूंह जिले के मेवात में भीड़ ने विश्व हिंदू परिषद के जुलूस को रोकने की कोशिश की थी। इस दौरान हुई झड़प में दो होमगार्डों की मौत समेत 6 लोगों की जान चली गई थी। इसके साथ ही कई पुलिसकर्मियों समेत 15 अन्य लोग घायल हो गए थे। भीड़ ने पथराव किया था और कारों में आग लगा दी थी। उसी रात, गुरुग्राम में एक मस्जिद पर भीड़ ने हमला किया था और उसके नायब इमाम की हत्या कर दी थी।
क्या है जलाभिषेक यात्रा?
बता दें कि इस यात्रा में शिवभक्त और साधु-संत हरिद्वार से गंगाजल लाकर हरियाणा के नूंह नल्हड़ शिव मंदिर में जलाभिषेक करते हैं। यात्रा को लेकर सरस्वती महाराज ने कहा था कि इस बार संतों की अगुवाई में शांतिपूर्ण ढंग से यात्रा होगी। यात्रा में किसी को भी कोई हथियार ले जाने की अनुमति नहीं होगी।
महाराज ने कहा था, इस बार यात्रा में बच्चों और महिलाओं पर प्रतिबंध रहेगा। सुरक्षा व्यवस्था की जिम्मेदारी बजरंग दल को दी गई है। सरकार और प्रशासन को भी इसकी सूचना दे दी गई है। इस बार कोई हिंसक घटना न हो, इसके लिए संत सभी व्यवस्थाओं को खुद देख रहे हैं।”
सरस्वती महाराज ने यात्रा की घोषणा के दौरान कहा कि पिछली बार सरकारी की लापरवाही के कारण भी हिंसा हुई। इस बार हम लोग व्यवस्था बनाए रखने के लिए सरकार के बात कर रहे हैं। यात्रा शांतिपूर्ण तरीके से होगी। किसी को भी व्यवस्था भंग करने की इजाजत नहीं दी जाएगी। यात्रा के दौरान शांति बनाए रखने की पूरी तैयारी कर ली गई है। यात्रा का मकसद हिंदुओं को जगाना भी है।
–आईएएनएस इनपुट के साथ