श्रीनगरः जम्मू-कश्मीर में एक बार फिर सेना पर आतंकी हमला हुआ है। जम्मू के कठुआ जिले में सोमवार आतंकवादियों ने सेना के वाहन पर फायरिंग की। खबरों के मुताबिक, कठुआ जिले के बिलावर के माचेडी इलाके में हथियारबंद आतंकवादियों ने सेना के एक वाहन पर गोलीबारी की। हमले में सेना के पांच जवानों की मौत हो गई है और चार घायल हो गए, जिन्हें अस्पताल ले जाया गया है।
यह इलाका भारतीय सेना की 9वीं कोर के अंतर्गत आता है। आतंकवादियों ने पहाड़ी से सेना के वाहन पर गोलीबारी की। साथ ही उन्होंने सेना की गाड़ी पर हथगोले भी फेंके। जम्मू और कश्मीर में पिछले कुछ हफ्तों में आतंकी हमले बढ़ गए हैं। सूत्रों ने बताया कि सेना द्वारा तलाशी अभियान के बाद आतंकवादियों और सेना के जवानों के बीच मुठभेड़ जारी है।
जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले के माचेडी इलाके में भारतीय सेना के काफिले पर आतंकवादियों ने हमला किया। यह इलाका भारतीय सेना की 9वीं कोर के अंतर्गत आता है। आतंकवादियों की गोलीबारी के बाद हमारे जवानों ने भी जवाबी कार्रवाई की। अधिक जानकारी की प्रतीक्षा है: रक्षा अधिकारी pic.twitter.com/sy3oKQ5Bm7
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 8, 2024
सेना के काफिले पर हमला कुलगाम में दो मुठभेड़ों में छह आतंकवादियों को मार गिराने के एक दिन बाद हुआ है। अधिकारियों ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया, “मोदरगाम मुठभेड़ स्थल से दो आतंकवादियों के शव बरामद किए गए, जबकि चिन्नीगाम स्थल से रविवार को चार शव बरामद किए गए।”
जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) आरआर स्वैन ने कहा कि इतनी बड़ी संख्या में आतंकवादियों को मार गिराना एक बड़ी उपलब्धि है। उन्होंने कहा, निश्चित रूप से, सुरक्षा माहौल को मजबूत बनाने की दिशा में ये एक बड़ी कामयाबी है. ये सफलताएं काफी अहम हैं, दोनों ही मायनों में – जमीनी तौर पर और संदेश देने के लिहाज से भी।
स्वैन ने ये भी कहा कि ये इस बात का सबूत है कि सुरक्षा व्यवस्था और लोगों की भागीदारी से ज़मीनी सूचना मिल रही है और आतंकवाद के खिलाफ ये लड़ाई निर्णायक मोड़ तक पहुंचेगी। वहीं, ब्रिगेडियर पृथ्वीराज चौहान, कमांडर 1 सेक आरआर, ने एएनआई को बताया कि दक्षिण कश्मीर में आतंकवादियों का मारा जाना हिज्बुल मुजाहिदीन के लिए एक बड़ा झटका है।
केंद्र शासित प्रदेश जम्मू और कश्मीर में हाल के महीनों में आतंकी घटनाओं में तेजी देखी गई है। जम्मू और कश्मीर के डोडा जिले में 11 और 12 जून को दोहरे आतंकी हमले हुए। 11 जून को चतर्गला में एक संयुक्त चेक पोस्ट पर आतंकवादियों के हमले में छह सुरक्षाकर्मी घायल हो गए, जबकि 12 जून को गंदोह इलाके के कोटा टॉप पर मुठभेड़ में एक पुलिसकर्मी घायल हो गया।
हमलों के बाद, सुरक्षाबलों ने अपने आतंकवाद विरोधी अभियानों को तेज कर दिया और माना जाता है कि जिले में घुसपैठ कर चुके चार पाकिस्तानी आतंकवादियों के लिए ₹5-5 लाख रुपये का नकद इनाम देने की घोषणा की गई।
26 जून को जम्मू-कश्मीर के डोडा जिले के एक जंगल में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ के दौरान तीन आतंकवादी मारे गए थे। 11 और 12 जून को पहाड़ी जिले में हुए दोहरे आतंकवादी हमलों के बाद पुलिस, सेना और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) द्वारा गहन तलाशी और घेराबंदी अभियान के दौरान आतंकवादियों को मार गिराया गया।
कुलगाम मुठभेड़ पर, दक्षिण कश्मीर के डीआईजी जावेद अहमद मट्टू ने कहा कि 6 जुलाई को शुरू हुआ संयुक्त अभियान 7 जुलाई को समाप्त हुआ, 2 आतंकवादी मारे गए। उनमें से एक, आदिल, उसके खिलाफ कई एफआईआर दर्ज थीं…दूसरी मुठभेड़ चिन्नीगाम इलाके में हुई…वहां 4 आतंकवादी मारे गए…इस मुठभेड़ के दौरान बड़ी संख्या में हथियार और गोला-बारूद बरामद किया गया…”। उन्होंने आगे बताया कि मॉडरगाम कुलगाम ऑपरेशन के दौरान हथियार और गोला-बारूद बरामद किया गया, जिसमें दो आतंकवादी मारे गए।