लखनऊः पूर्वी यूपी के कई जिलों में पिछले दो दिनों से लगातार बारिश हो रही है। बारिश से कई इलाकों की स्थिति खराब हो चुकी है। प्रशासन ने लोगों को घरों को खाली कर सुरक्षित स्थानों पर जाने का निर्देश दे दिया है। पीलीभीत में बारिश और बाढ़ से हालात खराब हो चुके हैं। कई इलाकों में पानी भर गया है। पानी के तेज बहाव के चलते यहां एक रेलवे ट्रैक बह गया।
बिगड़ते हालात को देखते हुए पुलिस ने मोर्चा संभाल लिया है। पुलिस ने प्रभावित इलाकों में रह रहे लोगों से घर खाली कर सुरक्षित स्थान पर जाने के लिए कह रही है। वहीं स्कूलों को भी बंद करने का फैसला लिया गया है। बताया जा रहा है कि वैशाली नदी का जल स्तर में लगातार वृद्धि हो रही है।
यूपी के पीलीभीत शारदा नदी में बाढ़ और बारिश से नई रेल लाइन की पुलिया बही।
ट्रेनों का संचालन हुआ बंद। #Rain #mansoon pic.twitter.com/MgAh9IZmdz
— Vinay Saxena (@vinaysaxenaj) July 8, 2024
प्रदेश में कई नदियां खतरे के निशान के करीब
प्रदेश में कई नदियां खतरे के निशान के करीब बह रही हैं। रविवार नेपाल में मूसलाधार बारिश के बाद अचानक 5 लाख क्यूसेक से अधिक पानी छोड़े जाने के कारण श्रावस्ती, बलरामपुर और कुशीनगर में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। मौसम विभाग ने नेपाल से सटे जिलों में 7 दिनों तक भारी बारिशी की संभावन जताई है।
शासन और प्रशासन की तमाम तैयारियों के बावजूद 2021 की मानसूनी बरसात में नेपाल से निकलकर आए आफत के जल ने जमकर तबाही मचाई थी। इससे जनपद के 120 गांव प्रभावित हुए थे तो 66 गांव जलमग्न हो गए थे। नतीजतन हजारों एकड़ फसल, सड़क पुलिया डूब गई थी तो ग्रामीणों को काफी नुकसान पहुंचा था। वहीं इस बार भी बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है।
राज्य के महाराजगंज जिले में बहने वाली नारायणी नदी का जलस्तर अचानक बढ़ गया। वहीं घुघली ब्लॉक के अंतर्गत ग्राम सभा बारी गांव पश्चिम टोला के सिवान में मौन नाले के टूटने की वजह से भी फसलों को नुकसान पहुंचा है।
उधर, सोहगीबरवा के लोगों ने बताया कि अचानक नदियों का जलस्तर बढ़ने से गन्ने और धान की फसल को नुकसान पहुंचा है और गांव वालों को एक बार फिर बाढ़ का खतरा सता रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बाढ़ प्रभावित इलाकों में प्रशासन को मुस्तैदी बढ़ाने का आदेश दिया है। उन्होंने जिलाधिकारियों से क्षतिग्रस्त फसल की सर्वेक्षण रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया है।
गोंडा में स्कूल की छत गिरी
रविवार को हुई तेज बारिश की वजह से गोंडा में एक स्कूल की छत ढह गई। खबरों के मुताबिक, मुजेहना शिक्षा क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय धर्मेई के बरामदे की छत भरभराकर कर ढह गई। गनीमत रही कि रविवार की वजह से स्कूल में बच्चे नहीं थे। विद्यालय की दीवाल में भी दरार आ गयी है।
#WATCH | Moradabad, UP: The people of Bholanath Colony use boats to commute as the area suffers severe waterlogging due to heavy rainfall. pic.twitter.com/a8dUhY440U
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) July 7, 2024
मुरादबाद में नाव का सहारा
लगातार बारिश की वजह से मुरादाबाद में भी रिहायशी इलाकों और आवास विकास और मुरादाबाद विकास प्राधिकरण (एमडीए) की कॉलोनियों में पानी भर गया। जलभराव के कारण सड़कें नदी में तब्दील हो गई हैं। हालात यह हैं कि यहां के लोगों को आवागमन के लिए नाव का सहारा लेना पड़ रहा है। नगर निगम इन इलाकों से पानी निकासी के लिए तीन सक्शन मशीनों को लगा रखा है।